नई दिल्ली: बीएसपी सुप्रीम ने कहा देश में बीजेपी का जनाधार कम हो गया है | बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने एससी-एसटी एक्ट के विरोध में 6 सितम्बर को भारत बंद को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए है | उन्होंने कहा कि एससी-एसीटी एक्ट को लेकर बीजेपी का दोहरा चरित्र सामने आ गया है | बीजेपी ने एससी/एसटी एक्ट के साथ खिलवाड़ किया है | भारत बंद पर प्रतिक्रिया देते हुए शुक्रवार (07 सितंबर) को बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे बीजेपी का ‘पॉलिटिकल स्टंट’ करार दिया है | कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अपना जनाधार खिसकता देख बीजेपी पर्दे के पीछे से यह खेल कर रही है |
उन्होंने कहा कि सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में गुरुवार (06 सितंबर) को सवर्णों ने भारत बंद का आयोजन किया था | देश के अन्य किसी राज्य में इसको लेकर किसी प्रकार का विरोध नहीं हुआ | उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले बीजेपी जातियों को बांटना चाहती है |
क्या है एससी/एसटी एक्ट ये रही कुछ जानकारियाँ
अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लोगों पर होने वाले अत्याचार और उनके साथ होनेवाले भेदभाव को रोकने के मकसद से अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम, 1989 बनाया गया था | जम्मू कश्मीर को छोड़कर पूरे देश में इस एक्ट को लागू किया गया | इसके तहत इन लोगों को समाज में एक समान दर्जा दिलाने के लिए कई प्रावधान किए गए और इनकी हरसंभव मदद के लिए जरूरी उपाय किए गए | इन पर होनेवाले अपराधों की सुनवाई के लिए विशेष व्यवस्था की गई ताकि ये अपनी बात खुलकर रख सके | हाल ही में एससी-एसटी एक्ट को लेकर उबाल उस वक्त सामने आया, जब सुप्रीम कोर्ट ने इस कानून के प्रावधान में बदलाव कर इसमें कथित तौर पर थोड़ा कमजोर बनाना चाहा |
मायावती ने कहा, ‘मेरी सरकार में कभी भी एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग नहीं हुआ। बीएसपी की ही सरकार में पहली बार हमने सवर्णो को आर्थिक रूप से आरक्षण देने की मांग उठाई थी। बीएसपी जातिगत राजनीति नहीं करती, यह सभी धर्म और जाति को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है।’ उन्होंने ने सवर्ण संगठनों द्वारा एससी-एसटी एक्ट के विरोध में किए गए प्रदर्शन को राजनीतिक स्टंट करार दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक है ऐसे हथकंडे अपनाकर बीजेपी लोगों को जातियों में बांटना चाहती है।
मायावती ने कहा कि हम ऐसे लोगों से सहमत नहीं हैं जो एससी-एसटी एक्ट का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने अपने मन में गलत धारणा बना ली है कि अधिनियम का दुरुपयोग कर अन्य समुदाय के लोगों का दमन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार में कभी भी एस एक्ट का दुरुपयोग नहीं हुआ। बसपा की ही सरकार में पहली बार हमने सवर्णों को आर्थिक रूप से आरक्षण देने की मांग उठाई थी। बसपा जातिगत राजनीति नहीं करती, यह सभी धर्म और जाति को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। मायावती ने कल हुए भारत बंद को असफल करार देते हुए कहा कि सिर्फ भाजपा शासित प्रदेशों में ही भारत बंद हुआ। इससे ये साफ है कि भाजपा अपना वोट बैंक खिसकता देख लोगों को जाति-धर्म के मुद्दे पर भटकाने का काम कर रही है।
बसपा सुप्रीमो ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उनकी सरकार में ही पहली बार सवर्णों को आर्थिक रूप से आरक्षण देने की मांग उठाई, उन्होंने कहा कि मेरी सरकार में किसी के साथ अन्याय नहीं हुआ और न ही एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग हुआ |