लखनऊ: लखनऊ में शनिवार को रात को एप्पल कंपनी में काम करने वाले विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उस वक्त वे अपने गाड़ी में सवार थे और अपनी सहकर्मी सना को छोड़ने के लिए घर जा रहे हैं। यूपी पुलिस की गोली का शिकार बने विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखी है | जिसमें एक करोड़ की मुआवजा राशि के साथ पुलिस विभाग में नौकरी की मांग की गई है | कल्पना ने मामले की जांच सीबीआई के द्वारा कराए जाने की भी मांग की है |
अपनी एक्सयूवी 500 से घर लौट रहे एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की मौत पुलिस की गोली से हुई | आरोपी पुलिसवालों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं | लेकिन इस घटना ने पुलिस को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है |
विवेक की पत्नी कल्पना ने कहा,”मेरी रात में डेढ़ बजे उनसे बात हुई थी | कल एपल फोन की लॉन्चिंग थी | वो लेट हो गए थे | सना को ड्रॉप करने गए थे | पौने तीन बजे मैंने फोन किया तो किसी ने कहा कि एक्सीडेंट हुआ है आप लोहिया पहुंचो |”
विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना ने कहा कि विवेक ने फोन पर बताया था कि वो सना को छोडऩे के बाद घर पहुंचेंगे। मैंने बाद में फोन किया तो एक आदमी ने उठाया जिसने कहा कि एक्सीडेंट हो गया है। आप लोहिया अस्पताल पहुंचे। मैं लोहिया गई तो गोली की बात नहीं बताई गई। वहां कहा गया कि छोटा सा एक्सीडेंट था। इसके बाद में डॉक्टर ने कहा कि उनके सिर पर चोट लगी थी जिसके बाद ब्लीडिंग बहुत हुई और उन्हें बचाया नहीं जा सका।
उन्होंने कहा,”डॉक्टरों ने एक्सीडेंट की बात कही थी, गोली की बात नहीं बताई थी | मैं एक्सीडेंट वाली जगह पर गई, गाड़ी पर गोली के निशान थे | अगर उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी थी तो कौन सा क्राइम किया था कि गोली चलाई, मुझे योगी जी से जवाब चाहिए |”
मृतक विवेक तिवारी सुलतानपुर के शंकरपुरम करौंदिया निवासी है। युवक पिता उदय नारायण है, जो बैंक में मैनेजर रहे हैं। युवक दो भाई हैं। दूसरा भाई नीरज छोटा है। विवेक तिवारी एपल कंपनी में एरिया मैनेजर के पद कार्यरत थे। घर में उनकी पत्नी कल्पना बेटी शिवी और सानू हैं। विवेक एपल मोबाइल कम्पनी में चार साल से एरिया सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। शुक्रवार को कम्पनी ने मोबाइल का नया मॉडल लॉन्च किया था। मोबाइल की लांचिंग कराने के बाद टीम मेम्बर सना को विभूति खण्ड स्थित आफिस से कार से उसके घर छोड़ने जा रहे थे।
इस बीच विवेक तिवारी की सहयोगी सना को पुलिस ने मीडिया से दूरी बनाए रखने के लिए नजरबंद कर दिया है।जिसके बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। सना सिपाही द्वारा युवक को गोली मारने में मुख्य गवाह है। उन्हें गोमतीनगर के विनयखंड 3 स्थित उनके घर में पुलिस ने नजरबंद किया है। घटना के वक्त सना विवेक के साथ कार में मौजूद थी। फिलहाल पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। रास्ते में पुलिस ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया तो बात बढ़ गई और कॉन्स्टेबल ने विवेक पर गोली चला दी। इस मामले एसएसपी के मुताबिक आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी और संदीप को गिरफ्तार किया जा चुका है |
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने विवेक तिवारी हत्या मामले में कहा कि यह दुखद घटना है | यह हत्या का मामला है और दोनों ही सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया हैम | दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है |
वहीं, लखनऊ के SSP कलानिधि नैथानी ने कहा कि लखनऊ में पुलिस की गोली से एप्पल के एरिया मैनेजर की हत्या मामले में एसपी अपराध के अंतर्गत एसआईटी गठित की जा चुकी है | मैंने व्यक्तिगत तौर पर जिला मजिस्ट्रेट से मजिस्ट्रेट इंक्वायरी की मांग की है | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह एनकाउंटर नहीं था | इस घटना की जांच की जाएगी | अगर जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच के आदेश भी दिए जाएंगे |
कल्पना ने कहा,”योगी जी ने कौन सा कानून पास कर रखा है, कौन सा लॉ एंड ऑर्डर बना रखा है, पुलिस कह रही है कि वो आपत्तिजनक हालत में थे | मैं ये कहती हूं कि वो हमारा आपसी मामला है | पुलिस कह रही है कि गाड़ी चढाने लगे, भागे तो एक्सीडेंट हो गया | मैटर कुछ भी था लेकिन गोली चलाने का अधिकार किसने दिया |”
उन्होंने कहा,”मुझे कहा गया कि आपत्तिजनक हालत में देखे गए थे, कॉन्सटेबल पर गाड़ी चढ़ाने लगे, भागे तो पिलर से टकरा गए. मुझे जवाब चाहिए सरकार से. मुझे रत्ती पर भरोसा नहीं पुलिस से. सना के घर कॉन्सटेबल बैठा रखे हैं. रीजन कुछ भी था, मेरे घर से अरेस्ट करती, पुलिस कौन होती है गोली मारने वाली |”