रिपोर्ट – अजरेश कुमार
रीडर टाइम्स
दो साल पहले हुई थी हत्या
लखनऊ । अखिलेशराज में पंचायत चुनाव की रंजिश में हुई हत्या को तकरीबन दो साल बीत चुके हैं फिर भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। आरोपित पीडि़त पक्ष को लगातार जान-माल की धमकी दे रहे हैं। पीडि़त पक्ष ने मुख्यमंत्री योगी से गुहार लगाई है। गौरतलब है कि जनपद देवरिया के गांव साकिन बाकी सिंगही थाना भलुअनी के जीतेन्द्र यादव उर्फ कुन्नू की हत्या जीतेन्द्र सिंह ने व शैलेन्द्र सिंह पुत्र राधेश्याम सिंह ने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर एक दिसंबर 2015 को मृतक के ईंट भट्ठे पर ही कर दी थी।
जिसमे पुलिस ने आज तक कोई कार्रवाही नहीं की है. न ही कोई गिरफ्तारी की है। मृतक के पिता कविलास यादव ने बताया कि उन्होने तत्काल हत्या की रिपोर्ट भलुअनी थाने में दर्ज करायी थी।जिसमे पुलिस आजतक केवल जांच ही कर रही है। उन्होने बताया कि चूंकि मृतक ने जिला पंचायत चुनाव में दूसरे प्रत्याशी की मदद की थी। उसी चुनाव में जीतेन्द्र सिंह भी प्रत्याशी था। उसने पहले मृतक को धमकी दी थी कि अगर चुनाव में वह हारा तो उसकी हत्या कर देगा।उसने वही किया। मृतक के पिता ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने शव के पोस्टमार्टम कराने के अलावा आजतक कुछ नहीं किया।बार-बार थाने पर जाकर पूछने पर बराबर यह आश्वासन देते हैं कि घबराओ नही जल्दी ही कार्रवाही करेंगे। उन्होने तब के वर्तमान में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके दबाव के कारण पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया।
उन्होने बताया कि काफी दिन बीत जाने के बाद उन्होने पुलिस अधीक्षक देवरिया से भी भलुअनी पुलिस की लापरवाही की शिकायत की लेकिन आश्वासन के सिवा पीड़ित पक्ष को कुछ नहीं मिला। उन्होने बताया कि अभियुक्त जो हैं वह दबंग किस्म के हैं घर का काम संभलने वाला केवल उनका लड़का ही था. उसकी हत्या हो जाने के बाद वह और भी कमजोर हो गये हैं।मृतक की पत्नी एक बेटा और एक बेटी है। मृतक की पत्नी ने बताया कि हम लोगों को अकेला जानकर अभियुक्त हम लोगों को धमकाते रहते हैं।वह कहते हैं कि गवाही होने के पहले ही मेरे परिवार और मेरे गवाहों की हत्या कर देंगे।उन्होने बताया कि इस बात की सूचना हम लोगों ने भलुअनी पुलिस को भी दी।
परन्तु उन लोगों पर कोई असर नहीं हुआ।मृतक के पिता कविलास यादव ने बताया कि उन्होने अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर मुख्यमंत्री का दरवाजा खट-खटाया है। मुख्यमंत्री के यहां से उन्हें 15 दिन के अन्दर कार्रवाही का आश्वासन मिला है। उन्होने कहा कि अब देखना है कि मुख्यमंत्री अभियुक्तों की 15 दिन में गिरफ्तारी करवाते हैं या नहीं। अगर गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह राजधानी में परिवार समेत धरना देने पर विवश होंगे।