Home Breaking News अफसर गहरी नींद में उनको जगाने और काम याद दिलाने लिए लोग बने मुर्गा, दी बांग
अफसर गहरी नींद में उनको जगाने और काम याद दिलाने लिए लोग बने मुर्गा, दी बांग
Sep 14, 2019
फरीदाबाद : फरीदाबाद की पर्वतीय कॉलोनी में सीवर जाम की समस्या को लेकर परेशान लोगो ने शुक्रवार को नगर निगम मुख्यालय में आयुक्त विक्रम के कार्यालय के बाहर लोग मुर्गा बनकर बांग दे रहे . लोगो के अनुसार यही सही है क्योंकी अधिकारियो को नींद से जगाने का यही एक तरीका बचा हुआ है
लोगो का कहना है की जब भी शिकायत लेकर कोई भी आता है तो अधिकारी उनके साथ दुर्व्यवहार करते है . जब एक महिला ने शुक्रवार की सुबह कार्यालय में समस्या को दर्ज करने के लिए गई तो एक अधिकारी ने महिला से बदतमीजी से बात की और कार्यालय से बाहर जाने को कहा .
सीवर जाम की समस्या तो अधिकतर कॉलोनियो में बनी रहती है . जैसे की पर्वतीय कॉलोनी में गली नंबर 106 और 107 में पिछले कई महीनो से ये समस्या है . कम्प्लेन करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है . कॉलोनी में सीवर जाम होने के कारण सड़क पर ही गन्दा पानी पूरी सड़क पर फैला हुआ है. लोगो का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है .
इस समस्या को लेकर लोगो ने अधिकारियो और पार्षद को सूचित किया . शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई . शिकायत को लेकर कॉलोनी के कुछ लोगो ने कम्प्लेन भी किया . जो कॉलोनी में ही रहते है राम सिंह यादव, गोल्डी नागी, रघुवीर सिंह, गीता, सुनीता, ऊषा गुप्ता आदि कई लोगो ने शिकायत दी .
लोगो का कहना है की जब शिकायत लेकर अतिरिक्त उपायुक्त के कार्यालय जाते तो अधिकारी उन लोगो से बदतमीजी से बात करके उनको कार्यालय से बाहर निकल जाने को कहते है . कॉलोनी के लोगो ने गुस्से में आकर कार्यालय के बाहर धरना देने के बाद मुर्गा बनकर बांग दी . कॉलोनी के निवासी राम सिंह यादव ने बताया की हर गली की समस्या है. सभी जगह सीवर जाम रहता है .
सभी स्थानीय लोग नगर निगम के कार्यालय में शिकायत लेकर जाते है . लेकिन अधिकारियो के कानो पर तो जूं भी नहीं रेंगती है . जैसे सभी अधिकारी कुम्भकरण की नींद से जागने को तैयार ही नहीं . उन्हें नींद से जगाने के लिए बंग देना जरुरी है .
अंकुर ने बताया कि वे लोग पहले भी कई बार निगम आयुक्त अनीता यादव को ज्ञापन दे चुके हैं। उन्होंने समस्या का समाधान करने का आश्वासन देते हुए कहा . लोगो का कहना है की अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ . सिर्फ आश्वासन मिलता रहा है .