कुछ दिनों पहले हुई मर्मस्पर्शी और दर्दनाक बुलंदशहर गैंगरेप घटना से पूरा देश उबर नहीं पा रहा था, लेकिन गैंग रेप के मुख्य आरोपी और बावरिया गैंग के सरगना सलीम और उसके 2 साथियों की गिरफ़्तारी से एक बार फिर ये साबित हो गया की अपराधियों की जगह सिर्फ जेल में ही है.
कुछ दिनों पहले घटी इस दुखद घटना पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कड़े तेवर अपनाते हुए तुरंत अपराधियों की गिरफ्तारी करने के आदेश दिए थे, जिससे पूरा पुलिस महकमा हिल गया था. कई अधिकारियों को सस्पेंड भी किया गया था. एक ओर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में लगे हुए हैं और दूसरी ओर पुलिस की लापरवाही से ये दिल दहला देने वाली घटना हुई , और ज़ाहिर सी बात है कि ज़िम्मेदारी प्रदेश मुखिया पर ही आती है .
आई जी महोदय की फिसली जबान , पीड़िता की बता दी पहचान , फिर सफाई दी
मेरठ आई जी सुजीत पांडेय ने मंगलवार को हुई प्रेस कांफ्रेंस में साजिश का खुलासा करते हुए बताया कि इस घटना की साजिश किठ्ठौर में गढ़ी गयी थी. इन बदमाशों ने 9 जुलाई से 22 जुलाई तक कई जगहों कि रेकी भी करी थी .
* सलीम के पास से 3400 नगद प्राप्त हुए , इसके अलावा दो टॉर्च, मोबाइल फोन और पीड़िता की गहने बरामद हुए .
* सलीम सहारनपुर का रहने वाला है। उसके साथी साजिद (बुलंदशहर) और जुबेर (कन्नौज)के हैं।
* सलीम यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार जैसे राज्यों में 2 दर्जन से ज्यादा वारदातें कर चुका है।
मंगलवार को मेरठ के आईजी सुजीत पांडेय प्रेस कांफ्रेंस में इस घटना की जानकारी देे रहे थे। इस दौरान उन्होंने पीड़िता के पिता का नाम ले लिया। जब मीडिया ने उनको सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का हवाला दिया तो आईजी का जवाब था कि परिवार का नाम ले सकते हैं, पीड़ित का नहीं।
खैर आई जी साहब की तो जबान फिसल गयी , पर सफाई देना उनको भी बखूबी आता है .
आगे से ऐसी कोई भी घटना न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री ने पुलिस महकमे से 24सों घंटे चौकसी बरतने को कहा और यह भी साफ़ कर दिया की जो भी प्रदेश में महिलाओं का सम्मान नहीं करेगा, उसको कानून बिलकुल नहीं बख्शेगा .