Home सण्डीला तीन महीने से नदारद एसडीएम की वजह से तहसील के जरूरी कामकाज ठप
तीन महीने से नदारद एसडीएम की वजह से तहसील के जरूरी कामकाज ठप
Apr 04, 2018
रिपोर्ट :- आशीष गुप्ता , रीडर टाइम्स
बिलग्राम :- तहसील बिलग्राम की मुखिया एसडीएम श्रद्धा संडलियाल बीते 3 माह से छुट्टी पर चल रही हैं वो सवायजपुर से बिलग्राम आई थी परंतु वो लगभग एक सप्ताह ही यहाँ एसडीएम कुर्सी की शोभा बढ़ा पाईं . जिसके बाद से वो छुट्टी पर चल रही है जिससे यहां पर अपनी फरियाद सुनाने वालों की मुश्किलें बढ़ गई . दूर दराज से आने वाले फरियादियों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है . सबसे ज्यादा दिक्कत वादकारियों को हो रही है तहसील में कोर्ट ना लगने से उन्हें हर बार तारीख पे तारीख मिलती जा रही हैं . यहां पर आए एक बुजुर्ग फरियादी शिवमंगल उम्र 80 वर्ष पुत्र गजराज निवासी ग्राम महसोनाऊ ने बताया कि मेरा तहसील में थाक बंदी का मुकदमा चल रहा है . जिसे लेकर मैं कई महीनों से दौड़ रहा हूं .
मुझे हर बार मायूसी ही हाथ लग रही है . जब कभी आओ तो पता चलता है कि एसडीएम साहिबा छुट्टी पर है जिस कारण मुझे तारीख पे तारीख मिलती जा रही हैं पर मुकदमे का निर्णय नहीं हो पा रहा है . बुजुर्ग आदमी चलने फिरने में भी असमर्थ है फिर भी कोशिश करके न्याय की खातिर यहां आता है और खाली कुर्सी देखकर वापस हो जाता है . वहीं कई लोगों का कहना है कि यहां पर शादी विवाह भागवत जलसे आदि के परमिशन के लिए भी काफी दौड़ना पड़ता है और खुद ही अपने पैसे खर्च कर लिंग अफसर संडीला में जाकर साइन करवाने पड़ते हैं .
क्योंकि यहां पर एसडीएम की गैरमौजूदगी में लिंक अफसर संडीला हो जाते हैं जो बिलग्राम से लगभग 55 किलोमीटर पड़ता है . इस दूरी को तय करने के बाद ही कोई जरूरी काम लोगों का हो पाता है . पता नहीं कैसे बिलग्राम को संडीला से लिंक कर दिया गया . जबकि बिलग्राम से संडीला के मुकाबले ह्रदोई की दूरी आधी से भी कम है यदि बिलग्राम एसडीएम की गैरमौजूदगी में लिंक अफसर हरदोई तक होता तो गनीमत थी कुछ दूरी कम हो जाती और फरियादी अपनी समस्या कुछ कम किराया खर्च कर हरदोई से निपटा लेते बहराल जब तहसील का मुखिया ही नदारद हो तो फरियादियों का यह हाल होना स्वभाविक है .