दिल्ली एनसीआर में डीजल जनरेटर प्रतिबंधित
Apr 16, 2018
आने वाले समय में डीजल ईंधन द्वारा स्वचालित जनरेटर पर प्रतिबन्ध लग सकता है।दरसल डीजल ईंधन वायु प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है।डीजल हवाओ में जहर घोल रही है।जिसे देखते हुए डीजल द्वारा चलने वाले जनरेटर पर पूर्णतः प्रतिबंद की सिफारिस की गई है| केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय और केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय सहित विभिन्न एजेंसियों की संयुक्त समिट ने ,स्वच्छ ईंधन को लेकर केंद्र सरकार के समक्ष एक रिपोर्ट पेश किया है| रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली-एनसीआर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध लगाने की सिफारिस की है|
रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल टावर भी डीजल से चलने वाले जनरेटर का प्रयोग नहीं कर पाएंगे| रिपोर्ट को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजा गया है, जो इसका अध्यन कर रहा है|केंद्र सरकार जल्द ही इसे अम्ल में ला सकती है|
मिटटी के तेल पर भी लगेगी रोक- रिपोर्ट में कहा गया है, की प्रदूषण को रोकने के लिए तत्काल रूप से, मिटटी के तेल, लकड़ी एवं उपलों को भी प्रतिबन्ध किया जाये |
शहरी क्षेत्रों में 100 प्रतिशत सीएनजी और ग्रामीण क्षेत्रों में 100 प्रतिशत एलपीजी की सप्लाई सुनिश्चित की जाये| एलपीजी एवं सीएनजी को सब्सिडी के दायरे में लाकर कर मुक्त किया जाये|
>रिपोर्ट के महत्वपूर्ण बिंदु-
1 – वीएस 6 पर फोकस
2 – ऑर्गैनिक वेस्ट के माध्यम से बिजली उत्पादन
3 – होटलो में एवं रेस्तरां में सीएनजी की सप्लाई.