संवाददाता अवधेश अवस्थी
रीडर टाइम्स न्यूज़
महवा : उपखण्ड पर स्थित द बोहराज ग्लोबल सीनियर सेकेंडरी स्कूल महवा में शनिवार को CBSE की बोर्ड परीक्षा में अपने बच्चों के शानदार प्रदर्शन की ख़ुशी में विजय समारोह का आयोजन किया गया। स्कूल के छात्र विपिन चावरी पुत्र नरेश गुर्जर ने कक्षा 10 में 98.2 प्रतिशत और हर्षवर्धन सिंह नरुका पुत्र वीर बहादुर सिंह नरुका ने कक्षा 12 में 98.0 प्रतिशत मनन कुमार अवस्थी पुत्र अवधेश कुमार अवस्थी ने 12वीं में 93% अंक प्राप्त करके दौसा ज़िले में CBSE की कक्षा 10 और कक्षा 12 में प्रथम स्थान प्राप्त किए थे। इसी तरह विद्यालय के कक्षा 10 के 73 में से 40 और कक्षा 12 के 28 में से 11 बच्चों ने 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।इस तरह दौसा ज़िले में CBSE बोर्ड की दोनो ही कक्षाओं में द बोहराज ग्लोबल स्कूल के बच्चों का दबदबा रहा। स्कूल के बच्चों की इस शानदार सफलता को मनाने के लिए विद्यालय प्रशासन ने शनिवार को विजय उत्सव मनाया गया। परीक्षा परिणाम में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को उनको अभिभावको के साथ विद्यालय आमंत्रित किया गया। विद्यालय प्रबंधक विनय कुमार बोहरा ने उपस्थित सभी बच्चों और अभिभावकों को मालाएं पहनाकर और मिठाई खिलाकर उनको बधाई देते हुए अभिवादन किया। सभी अभिभावकों ने विद्यालय के शानदार परिणाम के लिए स्कूल अध्यापकों और विद्यालय प्रबंधन कमेटी को धन्यवाद दिया।
इस दौरान अभिभावकों और बच्चों ने बताया की विद्यालय के साल दर साल सीबीएसई परीक्षाओं और NEET और JEE ADVANCED जैसी प्रतियोगिता परीक्षाओं में बच्चों की यह सफलता अध्यापकों द्वारा बच्चे के साथ कठिन मेहनत और हर टॉपिक का सूक्ष्म और विस्तरित अध्यापन का परिणाम हैं। विद्यालय प्रधानाचार्य ओम् प्रकाश नागर ने बताया की स्कूल के बच्चे हर साल बोर्ड परीक्षाओं में ही अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और कक्षा 12 के बाद मेडिकल और आईआईटी में भी दा बौहरा ग्लोबल सीनियर सेकेंडरी स्कूल महवा के बच्चों का अच्छी संख्या में चयन हो रहा हैं। पिछले साल 7 बच्चों का मेडिकल और 4 बच्चों का आईआईटी में चयन हुआ था।
इस अवसर पर अवधेश कुमार अवस्थी योगेन्द्र गोयल, बाबू लाल मीना, नरेश गुर्जर, जय प्रकाश मीना, विष्णु कुमार जांगिड, राजेंद्र पोसवाल, वीर बहादुर सिंह नरुका, महेंद्र कुमार सोनी, रूप राम मीना, कुंज बिहारी जैमन आदि अभिभावक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान सामाजिक दूरी और कोविड – 19 महामारी से बचाव के प्रोटोकोल का विशेष ध्यान रखा गया ।