डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
* सर्दियों में कोरोना ज्यादा नहीं बढ़ेगा .
* आने वाले समय में भारत को वैश्विक शक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता.
साल 2020 पूरे विश्व के लिए किसी त्रासदी से कम साबित नहीं हुआ . कोरोना के क़हर ने बड़े-बड़े देशों को अपने शिकंजे में जकड़ लिया, जिसके चलते कई लाख लोगों की जान चली गयी और करोड़ों लोग इससे प्रभावित हुए. कोरोना की वैक्सीन ट्रायल अपने लास्ट स्टेज में चल रही है और ट्रायल के रिजल्ट्स भी अच्छे है , पर जब तक वैक्सीन मार्किट में आके प्रत्येक व्यक्ति को लग नहीं जाती तब तक खतरा बना रहेगा.
अगर भारत की बात करें, तो विश्व को देखते हुए भारत ने इस बीमारी से डट कर मुकाबला किया और इसे हारने में सफल भी रहा .
ज्योतिर्विद संजय मिश्रा इसे ज्योतिष की दृष्टि से समझते हुए कहते है कि भारत को स्वतंत्रता 15 अगस्त 1947 को रात 12 बजे मिली थी , और उस समय भारत की कुंडली में लग्न में वृषभ राशि थी . वृषभ राशि का स्वामी है शुक्र, तो जब-जब शुक्र मज़बूत होगा, हमारा देश मज़बूत होगा. अगर कोरोना के ग्राफ को समझने की कोशिश करी जाए तो हम देखेगें कि शुक्र 3 फरवरी 2020 से 28 फरवरी 2020 तक अपनी उच्च राशि में था , यानी मज़बूत था, तो हमने पाय कि जिस वक्त इटली आदि देश कोरोना से बुरी तरह प्रभावित थे उस वक्त भारत बचा हुआ था .
सामान्य रूप से शुक्र एक राशि में 1 महीने तक ही रहता है पर 29 मार्च 2020 से 31 जुलाई 2020 तक शुक्र , 4 महीने तक लग्न में रहा , फलस्वरूप कोरोना ने भारत में दस्तक तो दी , लेकिन विश्व को देखते हुए भारत में कोरोना के कम केस आये . 31 जुलाई 2020 को शुक्र वृषभ राशि से आगे बढ़ गया और 31 जुलाई 2020 से 19 सितम्बर 2020 के बीच कोरोना के केस कई गुना बढ़ गए .
19 सितम्बर 2020 को राहु मिथुन राशि से निकल कर वृषभ राशि में प्रवेश कर गया और उसके बाद से इस महामारी पर भी कुछ रोक लगी. जहाँ 1 लाख संक्रमण रोज़ आ रहे थे, वो 16 नवंबर 2020 को घट कर 30 हज़ार ही रह गए. 23 अक्टूबर 2020 से 17 नवंबर 2020 तक शुक्र अपनी नीच राशि में थे , तो हमने देखा कि इस दौरान कोरोना ने दिल्ली और उसके आस पास के क्षेत्रों को अपनी कैद में ले लिया और एक बार फिर सरकार द्वारा कोरोना की चेतावनी जारी करी गयी .
17 नवंबर की सुबह शुक्र एक बार फिर अपनी मज़बूत राशि तुला में आ गए , जो शुभ संकेत और स्वास्थ साथ ले कर आये हैं , और अब देखने वाली बात यह है कि शुक्र का यह राशि परिवर्तन इस महामारी की कमर तोड़ देगा. इसके बाद 11 दिसंबर 2020 को शुक्र अगली राशि में बढ़ जायेगें और भारत की लग्न को देखेगें , जिसके फलस्वरूप देश बहुत गति से स्वास्थ और समृद्धि की तरफ बढ़ेगा . शुक्र वृश्चिक राशि में 4 जनवरी 2020 तक रहेगें , तो यह धारणा कि सर्दियों में कोरोना बहुत बढ़ जायेगा , यह जल्द मिथ्या साबित हो जाएगी .
आने वाला समय भारत के लिए स्वास्थ और तरक्की से भरा हुआ है और देश को विश्व शक्ति बनने से अब कोई नहीं रोक सकता.