Home टेक्नोलॉजी गूगल के कर्मचारियों ने बनाई गुपचुप तरीके से यूनियन ; शोषण के खिलाफ उठाई आवाज
गूगल के कर्मचारियों ने बनाई गुपचुप तरीके से यूनियन ; शोषण के खिलाफ उठाई आवाज
Jan 05, 2021
शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
दुनिया की सबसे बड़ी और टॉप कंपंनियों में गूगल जो की सभी कंपनियों से ज्यादा अच्छा व वर्क करती हैं | पर इसी कंपनी के कर्मचारियों ने एक यूनियन बना लिया हैं। और ये यूनियन गूगल कर्मचारियों के बेहतर वेतन व नौकरी की सभी सुविधाओं तथा अच्छे वर्क कल्चर के लिए और अच्छा बेहतर काम करेगा। जानकारी के मुताबिक , गूगल के 225 इंजीनियर कर्मचारियों ने सैन फ्रांसिस्को में कर्मचारी यूनियन बनाई हैं। बताते चले कि , गूगल में करीब 2.60 लाख कर्मचारी संविदा व स्थायी पर काम करते है। और इनमे से 225 कर्मचारियों के द्वारा छोटा सही पर एक शुरुआत समझा जा रहा हैं। यूनियन के उपाध्यक्ष व इंजिनियर ने कहा कि , इस यूनियन के जरिये प्रबंधन पर दबाव बनाकर कर्मचारियों कि जो भी कार्यस्थल कि दिक्कते वो सभी दूर होने के साथ उनका काम कर्मचारियों के वेतन से बड़े स्तर पर प्रभाव डाल रहे हैं। और भी मुद्दों का समाधान भी करना होगा। जानकारी के अनुसार , अमेरिका की श्रम नियमांक संस्था का गूगल पर आरोप हैं। कि वो कर्मचारियों से गैर क़ानूनी तरीके से जानकारी प्राप्त कर रहा हैं। और इनमे से कई लोगो ने कंपनी कि नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन भी किया हैं। और एक संगठन बनाने कि कोशिश भी करि थी । जिसके चलते उन सभी लोगो को नौकरी से निकाल दिया गया था। पर गूगल कंपनी के कर्मचारियों को पूरा यकीन हैं कि उनके द्वारा उठाया कदम बहुत बेहतर व वैध हैं।
• वेतन ही नहीं , कई अन्य मुद्दे
सॉफ्टवेयर कंपनियों में कम वेतन मुद्दा नहीं, क्योंकि यहां अच्छा वेतन मिलता है। लेकिन कर्मचारियों और प्रबंधन में अक्सर समाज, राजनीति और वैचारिक विवाद सामने आते रहे हैं। इनमें यौन शोषण और कार्यस्थल पर विविधता व भेदभाव शामिल है। गूगल में यूनियन द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसके नैतिक उपयोग, खुद चलने वाली कारों और इंटरनेट सर्च परिणामों में भेदभाव जैसे मुद्दों को प्रबंधन के सामने उठाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
• पहले भी दिखाया है संगठन का जज्बा
2018 में गूगल के 20 हजार कर्मचारी एक साथ कार्यालय से बाहर निकल आए और संस्थान द्वारा यौन शोषण के मामलों पर अपनाए जा रहे रवैये के खिलाफ विरोध व्यक्त किया। जब गूगल ने रक्षा क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) पर काम शुरू किया तो कर्मचारियों ने इसे अनैतिक मानते हुए अंदरूनी स्तर पर विरोध किया।अमेरिकी कस्टम विभाग ने गूगल के साथ एआई तकनीक के जरिये प्रोजेक्ट शुरू किया तो कर्मचारियों ने फिर विरोध किया।