हर मुद्दे पर राष्ट्र के प्रतिनिधि बनने की कोशिश न करे भाजपा के संसद और विधायक व मीडिया को न कोसे: मोदी

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नई दिल्ली: पीएम मोदी ने रविवार को नमो एप्प के जरिये भाजपा के संसद और विधायकों से साझा करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और कहा की स्वच्छता अभियान व ग्रामस्वराज अभियान की सार्थकता और नए अध्यादेश को लेकर बातचीत की और अपने विधायकों के सवालों के जवाब भी दिए और नसीहत भी दी. और कहा की हर मुद्दे पर राष्ट्र का प्रतिनिदित्व बनने की जरूरत नई है और मीडिया को कोसने की जरूरत नहीं है जरूरत पड़ने पद जवाब दिया जायेगा
कैमरा देखते ही कर बैठे है हमलोग गलती
पीएम मोदी ने अपने विधायकों नसीहत देते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षो में भाजपा कार्यकर्ता काफी सक्रीय होगये है परन्तु उन्होंने ये भी कहा कि खुश बाटे ऐसी है जो सुनने में कड़वी लगेगी लेकिन बोलना भी जरुरी है और हमारे कार्यकर्ता ऐसी बाटे करते है कि मीडिया ऐसी है वैसी है और कैमरा देखते ही गलती कर बैठते है और मुद्दे से बदल जाते है हमें हर मुद्दे को लेकर राष्ट्र का प्रतिनिधित्व बनना जरुरी नहीं है संगठन में जो जिसकी जिम्मेदारी होगी वो जवाब देंगे इसीलिए मिडी को कोसने कि जरूरत नहीं है.
सवाल:कौशल विकास से युवाओं को क्या फायदा?

मोदी: वक्त के साथ सब बदलता है। मैं जब गुजरात का सीएम था। एक गांव जाकर मैं हैरान था कि 800 लोगों की आबादी वाले गांव में दो लड़कियां ब्यूटीपार्लर चला रही थीं। आज रोजगार का स्वरूप बदल रहा है। गांव के लोगों में भी कौशल होता है। मुद्रा योजना से युवाओं को रोजगार शुरू करने में मदद मिल रही है।

– शादियों-पार्टियों में पंगत भोजन से खाने की बचत हो सकती है। मैंने देखा है कि एक गांव की महिलाओं ने संगठन बनाकर समारोहों में भोजन परोसने का काम किया और हजारों लोगों का भोजन बचाया।
सवाल: स्वराज अभियान में किसान कार्यशाला को बढ़ाने के लिए एक भाजपा कार्यकर्ता की क्या भूमिका हो सकती है?
मोदी: हमारे किसान आज भी पूर्वजों की परंपरा के मुताबिक खेती कर रहे हैं। किसानों को स्वाइल हेल्थ कार्ड का लाभ उठाते हुए परीक्षण कराने चाहिए। इससे खेती में उनकी उपज बढ़ेगी। इसके साथ ही शहद और बांस तैयार करने का काम किया जा सकता है। मैं चाहूंगा कि हर विधायक किसानों की कार्यशालाएं करें। उनके साथ बैठकर बातचीत करें। जहां तक एमएसपी की बात है। कांग्रेस सरकार ने स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू नहीं किया। हमने किसानों को फायदा देने के लिए इसे लागू किया। किसानों को इसके बारे में बार-बार बताना होगा, ताकि उन्हें फायदा मिले।