Home 18+ प्रेग्नेंसी में सेक्स करना सही या गलत ; जरूर जान लें ये खास बातें ,
प्रेग्नेंसी में सेक्स करना सही या गलत ; जरूर जान लें ये खास बातें ,
Feb 20, 2021
डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। और हार्मोन्स भी बदलते हैं धीरे – धीरे शारीरिक परिवर्तन भी महसूस होते हैं। और साथ ही प्रेग्नेंसी में प्यार (Love) की ज्यादा जरूरत महसूस होती है। बहुत से लोग सेक्स बोलने में कतराते हैं । पर सेक्स करना भी बहुत जरुरी माना गया हैं। सेक्स जीवन का अहम हिस्सा है, लेकिन इसके लिए सावधानी बरतना भी उतनी ही जरूरी है। क्योकि सेक्स (Sex) के बारे में एक सवाल कई लोगों के मन में उठता है कि पार्टनर के प्रेग्नेंट (Pregnant) होने के दौरान शारीरिक संबंध बनाए जाने चाहिए या नहीं? (Pregnancy) के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं. हार्मोन्स बदलते हैं और शारीरिक परिवर्तन भी महसूस होते हैं और साथ ही प्यार (Love) की ज्यादा जरूरत महसूस होती है। और वैसे भी सेक्स केवल शारीरिक सुख नहीं है। बल्कि इसका भावनाओं से भी उतना ही लगाव है। क्योकि प्यार के दौरान ही सेक्स की उत्तेजना का प्रवाह होता हैं।
खास बात यह है कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को सेक्स में अधिक आनंद की प्राप्ति होती है। इसका कारण है कि जननांगों में बढ़ा हुआ रक्त प्रवाह उन्हें अति संवेदनशील बना सकता है. साथ ही गर्भावस्था के दौरान स्तन अधिक संवेदनशील हो जाते हैं. कुल मिलाकर गर्भावस्था के दौरान सेक्स किया जा सकता है, लेकिन कुछ सावधानियां भी जरूर बरतनी होंगी. जानिए सावधानी -प्रेग्नेंसी के किसी भी स्तर (हर तीन महीने) पर सेक्स करना सुरक्षित होता है और इससे कोख में पल रहे शिशु को नुकसान नहीं होगा. महिलाओं प्रेग्नेंसी को लेकर गर्भपात या दर्द का डर रहता है, और अगर मन में ऐसे डर हैं तो डॉक्टर से जरूरत बात करनी चाहिए.क्योकि कहीं जोखिम है तो डॉक्टर चेक करने के बाद जरूरी सलाह दे देंगी।
: – प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करने का एक फायदा यह होता है कि मांसपेशियां प्रसव के लिए मजबूत हो जाती हैं. इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
: – सेक्स के दौरान भ्रूण को नुकसान नहीं पहुंचता है, क्योंकि सेक्स में उपयोग आने वाले अंग अलग हैं. इस प्रक्रिया का भ्रूण से कोई संबंध नहीं है। शिशु के आसपास एमनियोटिक द्रव का घेरा होता है। जो शिशु सुरक्षित रखता है। वह गर्भाशय में एमनियोटिक थैली से लिपटा होता है। सेक्स के दौरान पेनेट्रेशन योनि में होता है और इससे गर्भाशय पर बिल्कुल असर नहीं होता है.
: – प्रेग्नेंसी के दौरान सुरक्षित शारीरिक संबंधों का विशेष ख्याल रखें. क्योंकि यदि इस समय एसटीडी यानी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (सेक्स के कारण होने वाली बीमारी) होती है, तो यह मुश्किल पैदा कर सकती है. कंडोम का इस्तेमाल करें और अंगों की साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें.
: – सेक्स के दौरान अपना ख्याल रखें. ऐसी पॉजिशन चुनें जहां आराम मिले और कोख पर ज्यादा दबाव न पड़े. महिलाओं को इस दौरान पीठ के बल लेटने से बचना चाहिए.
: – प्रेग्नेंसी के दौरान ओरल सेक्स सुरक्षित होता है, लेकिन ध्यान रखें कि पार्टनर योनि में हवा न डाले. इससे योनि में हवा के बुलबुले बन सकते हैं और रक्त वाहिका में रुकावट का कारण बन सकते हैं. यह शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
: – यदि योनि से खून बह रहा है तो सेक्स बिल्कुल न करें. इससे ज्यादा जटिलता बढ़ सकती है. इसी तरह अगर भ्रूण में शिशु को आवरण देने वाला तरल पदार्थ लीक कर रहा है तो बेहतर होगा सेक्स से बचें।
: – अगर गर्भाशय ग्रीवा कमजोर है, तो सेक्स का बुरा असर शिशु पर पड़ सकता है। डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
: – अगर इससे पहले गर्भपात हुआ है तो भी डॉक्टर की सलाह के बिना प्रेग्नेंसी में सेक्स नहीं करना चाहिए।