बुधवार को होगा आशाराम बापू के केस का फैसला, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

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जोधपुर: नाबालिक के साथ रपे के मामले में जोधपुर की एक अदालत में आशाराम बापू के केस का फैसला सुनाया जायेगा इससे पहले ही दिल्ली से जोधपुर मार्ग पर सुरक्षा के कड़े इंतेजामात किये गए है पुलिस को सक है के जैसे पहले बाबा रामरहीम के मामले में उनके समर्थको ने हंगामा किया था वैसे ही अगर आशाराम बापू को सजा सुनाई जाती है तो इनके समर्थं भी ऐसा कर सकते है|
पर हम आपको बता दे कि अगर आशाराम इस केस बरी हो भी जाते है तो भी वो जेल से बाहर नई जासकते क्योकि उनके खिलाफ गुजरत में एक रपे का मामला दर्ज है |
जोधपुर के पुलिस आयुक्त अशोक राठौर ने बताया कि फैसले के वक़्त भरी संख्या में समर्थको कि भीड़ आने की शंका है इसीलिए जिले में धरा 144 लागु कर दी गयी है राठौर ने खुसी जाहिर की उनकी जेल में रहकर फैसला सुनाये जाने की अर्जी स्वीकार कर ली गयी है राजस्थान पुलिस आसाराम के समर्थकों के फैसले से पहले या फैसले के दिन राजस्थान के शहर जोधपुर पहुंचने की योजना की सूचना के बाद से पड़ोसी राज्यों से भी सहयोग मांग रही है।’ उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हुई तो अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया जाएगा।

आशाराम के समर्थको का भजनकीर्तन शुरू, दिल्ली से राजस्थान तक अलर्ट जारी
हम आपको बता दे के आशाराम बापू के समर्थको का उनके रिहाई को लेकर भजन कीर्तन पाठ पूजा शुरू हो चुकी है| जिसमे बूढ़े बच्चे और महिलाये भी शामिल है आशाराम बापू के आश्रम में भारी संख्या में लोग पहुंच कर बापू के लिए दुआ कर रहे है| उनके भक्तो को उम्मीद है के कोर्ट से आशाराम बापू को इंसाफ मिलेगा वंही दूसरी ओर दिल्ली समेत राजस्थान तक को अव्यवस्था न फैले इसलिए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किये गए है और अगर जरुरत पड़ी तो अर्धसैनिक बल का भी इस्तेमाल किया जायेगा दिल्ली पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है वहीं, जोधपुर में भी धारा 144 लगा दी गई है। कहीं भी भीड़ के जमा होते ही ऐक्शन लिया जाएगा। दिल्ली पुलिस के अधिकारी यूपी और हरियाणा पुलिस से भी संपर्क बनाए हुए हैं। पुलिस लोकल इंटेलिजेंस के जरिए आसाराम के आश्रमों और उनके समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखने का दावा कर रही है।
पीड़िता के घर की सुरक्षा  बढ़ाई गयी
बता दें कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग लड़की द्वारा कथित तौर पर आसाराम बापू पर जोधपुर के बाहरी इलाके में स्थित अपने आश्रम में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए गए थे। जिस समय पीड़िता आश्रम में रह रही थी, वह 16 साल की थी। दिल्ली के कमला मार्केट थाने में यह मामला दर्ज कराया गया था, जिसे बाद में जोधपुर स्थानांतरित कर दिया गया। उन पर पॉक्सो और एससी/एसटी ऐक्ट के तहत कानून की धाराएं लगाई गई हैं। आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को गिरफ्तार किया था और तब से वह जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं।
पुलिस और आशाराम के समर्थको के बीच कई बार झड़प होचुकी है अगर बाबा दोषी पाए जाते है तो उन्हें कम से कम 10 वर्ष की कारावास होगी वही दूसरी ओर पीड़िता के घर की सुरक्षा के इंतजाम और कड़े कर दिए गए है पीड़िता के घर के बाहर 5 पुलिस वाले तैनात किये गए है| और पुलिस अधिकारी पीड़िता के माँ बाप के साथ टच में है पीड़िता के पिता ने खा है कि उन्हें देश कि न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है उन्हें इंसाफ जरूर मिलेगा इस महीने की शुरुआत में जोधपुर की विशेष अदालत में न्यायमूर्ति मधुसूदन शर्मा ने अभियोजन और बचाव पक्ष के वकीलों की अंतिम बहस सुनी और आदेश 25 अप्रैल के लिए सुरक्षित कर दिया था।