1- राज भवन के सामने एंपायर कैफे पर हुई छापेमारी
2-एडीसीपी मध्य चिरंजीव सिन्हा ने दोषियों को भेजा सलाखों के पीछे
अमित पांडेय
लखनऊ : कोरोना के कहर से जूझती राजधानी जहां एक-एक सांस के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं। ऐसी महामारी के माहौल में भी रईसजादे अपनी अय्याशी से बाज नहीं आ रहे ।राजधानी में धारा 144 और कोरोना कर्फ्यू लागू होने के बाद भी शहर के हजरतगंज इलाके में राजभवन के सामने एंपायर कैफे में हुक्का पार्टी चल रही थी हजरतगंज पुलिस ने बेहद सजगता से कैफे पर रेड मारकर हुक्का पार्टी में शामिल लोगों को मौके पर ही दबोच लिया। जबकि कैफे का मालिक भागने में सफल रहा।
पूरे मामले की तहकीकात करने पर पता चला कि एडीसीपी मध्य चिरंजीव सिन्हा को अपनी इंटेलिजेंस के सूत्रों से राजभवन के सामने हुक्का पार्टी के आयोजन की खबर मिली । जिस पर तुरंत एक्शन लेते हुए इंस्पेक्टर हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला और उनकी पुलिस टीम के साथ देर रात एंपायर कैफे पर खुद ही छापा मारा। इस दौरान 16 लोगों को वहां हुक्का पार्टी करते हुए मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। इस पार्टी में शामिल लोगों ने ना तो मास्क पहना था और पार्टी में सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था। महामारी के दौरान इस तरह की पार्टी आयोजित करना और उसमें हिस्सा लेना दोनों ही तरह से महामारी एक्ट का उल्लंघन है।
हालांकि इस छापेमारी के दौरान कैफे का मालिक मोहम्मद फैजी सिद्दीकी मौके से भाग निकला है। जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। आरोपियों के पास से चार वाहन और 19 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। कैफे में कई हुक्के और बड़ी मात्रा में हुक्का फ्लेवर्स भी बरामद हुए हैं।