रीडर टाइम्स डेस्क
* स्कूल इकठ्ठा 3 साल कि फीस जबरन नहीं ले सकेगें ।
* परिवाहन, परीक्षा शुल्क सहित तमाम अतिरिक्त शुल्क नहीं ले सकेगें स्कूल ।
कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में त्राहिमाम मचा हुआ है । अगर उत्तर प्रदेश की बात करें तो पिछले कुछ महीनों में लाखों लोगों ने अपनी नौकरी गंवाई है । पिछले कुछ हफ़्तों में लॉक डाउन लगने के बाद से रोज़ कमाने वालों की स्थिति और बुरी हो गयी है, ऐसे में प्रदेश के कई स्कूलों ने फीस में बढ़ौत्तरी शुरू कर दी थी। जिन बच्चों की फीस समय से जमा नहीं हो रही है , उन्हें ऑनलाइन क्लास से वंचित किया जा रहा है, जिसके चलते अभिवावकों पर मानसिक और बोझ पड़ रहा है। ऐसे बच्चों की मनोदशा पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
ऐसे में प्रदेश सरकार ने अभिभावकों बड़ी राहत दी है.सभी विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2021-2022 के लिए शुल्क वृद्धि पर रोक लगा दी है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री, माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में संचालित हर बोर्ड के स्कूल शैक्षणिक सत्र 2021-22 में स्कूल की फीस में बढ़ोतरी नहीं कर सकेंगे। यह आदेश प्रदेश में संचालित सभी बोर्डों के सभी विद्यालयों पर लागू होगा। इसके साथ ही किसी को भी अब विद्यालय बंद रहने की अवधि में परिवहन शुल्क नहीं देना होगा।
डॉ शर्मा ने कहा कि कि कोरोना महामारी के चलते कई परिवार आर्थिक रूप से प्रभावित हुए हैं। विद्यालय बन्द हैं पर आनलाइन पठन पाठन कार्य जारी है। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए सरकार ने एक ऐसा निर्णय किया है जिससे कि आम जनमानस पर अतिरिक्त बोझ न पडे साथ ही विद्यालय में कार्यरत शिक्षक व अन्य कर्मियों को नियमित वेतन देना सुनिश्चित किया जा सके।
साथ ही यह निर्णय भी लिया गया है कि यदि किसी छात्र अथवा अभिभावक को तीन माह का अग्रिम शुल्क जमा करने में किसी प्रकार की परेशानी आ रही है तो उनके अनुरोध पर उनसे मासिक शुल्क ही लिया जाए। इस स्थिति में उन्हें तीन माह का अग्रिम शुल्क देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकेगा।