श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के एक गांव में छिपे आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के दो नामी कमांडरों समीर टाइगर व आकिब खान मारे गए और एक मेजर समेत दो सैन्यकर्मी घाायल हो गए।
खुफिया सूचना मिलने के बाद सेना, एसओजी, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार सुबह पुलवामा के द्रबगाम गांव में घेराबंदी शुरू की, खुद को घिरता देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू दी, जिसके बाद जवानों ने भी उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया|
द्रबगाम मुठभेड़ के चलते फैले तनाव को देखते हुए प्रशासन ने कुलगाम, पुलवामा, शोपियां के विभिन्न इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा भी सुबह दस बजे के बाद अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई। घायल मेजर की पहचान 44 आरआर के रोहित शुक्ला के रुप में हुई है। उनके दाएं बाजू में गोली लगी है, जबकि घायल जवान का नाम अभिनव कुमार है। फिलहाल दोनों सेना के 92 बेस अस्पताल मेें उपचाराधीन हैं।
एनकाउंटर के दौरान स्थानीय लोगों ने पत्थरबाजी भी की, इस दौरान जवानों और लोगों के बीच हुए संघर्ष में कुछ जवान भी जख्मी हो गए, वहीं कई नागरिक भी घायल हो गए हैं|स्थानीय सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान हिंसक झड़प-झड़पों में 15 लोग जख्मी हुए हैं। पथराव कर रही भीड़ को खदेड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने लाठियों और आंसू गैस के अलावा गोलियां भी चलाईं। इसमें एक युवक शाहिद अशरफ डार पुद्ध मोहम्मद अशरफ डार की मौत हो गई।
डीआईजी दक्षिण कश्मीर रेंज अमित कुमार ने द्रबगाम मुठभेड़ में समीर और आकिब के मारे जाने की पुष्ट करते हुए बताया कि दोनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। आतंकी ठिकाना बना मकान भी मुठभेड़ के दौरान लगी आग में नष्ट हुआ है। उन्होंने मुठभेड़ के दौरान एक युवक की क्रॉस फायरिंग में मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि मरने वाला अरिहाल गांव का था।