Home हेल्थ आपकी मानसिक सेहत पर सीधा असर डालती है प्राकृतिक रोशनी ,
आपकी मानसिक सेहत पर सीधा असर डालती है प्राकृतिक रोशनी ,
Oct 09, 2021
डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
10 अक्टूबर को पूरे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी को लोगों तक पहुंचाने के लिए इस दिन को चुना गया है। हम शारीरिक बीमारियों और समस्याओं की बात तो कर लेते हैं पर मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं या बीमारियों को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं जिसके कारण वो आगे चलकर डिप्रेशन या किसी गंभीर बीमारी का कारण बन जाती है। मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए आप कई तरीके अपना सकते हैं जैसे योगा , मेडिटेशन लेकिन आज हम आपको एक और अच्छा उपाय बताने जा रहे हैं जिसे अपनाकर आपका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और वो है नैचुरल लाइट का प्रयोग। एक्सपर्ट्स और डॉक्टर ऐसा मानते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए प्राकृतिक रोशनी यानी सूरज से आने वाली रोशनी फायदेमंद होती है। इस लेख में हम मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक रोशनी के फायदों पर चर्चा करेंगे।
1. प्राकृतिक रोशनी से दिमाग की एकाग्रता बढ़ती है…
प्राकृतिक रोशनी से ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है, तो प्राकृतिक रोशनी में समय बिताएं। आज के समय में जिन घरों में लोग रह रहे हैं वहां प्राकृतिक रोशनी का महत्व न के बराबर है, कमरों में खिड़की या रोशनदान न होने के कारण शरीर को प्राकृतिक रोशनी नहीं मिल पाती जिसका बुरा असर शरीर के साथ-साथ मन पर भी हो सकता है। फोकस बढ़ाने के लिए आपको हर दिन कुछ समय प्राकृतिक रोशनी में बिताना चाहिए , कोशिश करें कि सुबह के समय सनलाइट में समय बिताएं , सुबह की हल्की धूप शरीर के लिए फायदेमंद होती है।
2. प्राकृतिक रोशनी से तनाव कम होता है…
तनाव कम करने के लिए प्राकृतिक रोशनी फायदेमंद मानी जाती है। मन को शांत करने के लिए प्राकृतिक रोशनी फायदेमंद होती है। प्राकृतिक रोशनी, आंखों के लिए फायदेमंद होती है। प्राकृतिक रोशनी में डोपामाइन होता है जो तनाव भी कम करता है और आपकी आंखों को स्वस्थ रखता है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि है कि सूरज की रोशनी को देखते रहें , इससे आंख में रेडनेस या खुजली हो सकती है। कई डॉक्टर लाइट थैरेपी की मदद से डिप्रेशन का इलाज करते हैं। लाइट थैरेपी से ब्रेन पर पॉजिटिव असर होता है जिससे मूड भी अच्छा होता है और आप अच्छी नींद भी ले पाते हैं। शरीर की नैचुरल रिदम या क्लॉक को अच्छा रखने के लिए भी प्राकृतिक लाइट फायदेमंद मानी जाती है।
3. खुश रहना है तो प्राकृतिक रोशनी में समय बिताएं…
प्राकृतिक रोशनी में कुछ समय बिताने से मन खुश रहता है और आप अपनी तकलीफ भूल जाते हैं। मानसिक पीड़ा को कम करने के लिए प्राकृतिक रोशनी फायदेमंद मानी जाती है। प्रकृति के बीच मन शांत होता है और आप खुशी का अहसास कर पाते हैं। प्राकृतिक रोशनी से आप अच्छी नींद ले पाते हैं जिससे डिप्रेशन कम होता है और आपके कार्य करने के क्षमता बढ़ती है। नैचुरल लाइट से शरीर को विटामिन डी मिलता है। विटामिन डी की कमी से डिप्रेशन, बढ़ने लगते हैं जिससे आपका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य खराब होता है। विटामिन डी की कमी पूरी करने के लिए आपको नैचुरल लाइट के साथ समय जरूर बिताना चाहिए।
4. पॉजिटिव रहने के लिए फायदेमंद है प्राकृतिक रोशनी…
प्राकृतिक रोशनी दिमाग के कई हिस्सों के बीच संचार को बेहतर करती है। मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक रोशनी क्यों जरूरी है? प्राकृतिक रोशनी से दिमाग में मूड अच्छा रखने का कैमिकल बनता है जिसे हम सिरोटोनिन कहते हैं। जितना ज्यादा आप प्राकृतिक रोशनी के बीच रहेंगे उतना ज्यादा आप का दिमाग सिरोटोनिन कैमिकल रिलीज करेगा। प्राकृतिक लाइट में समय बिताने से आपका रूटीन अच्छा होता है और आप काम जल्दी खत्म करके अपने लिए समय निकाल सकते हैं। जिन लोगों को समय पर काम करना पसंद है उन्हें नैचुरल लाइट में समय जरूर बिताना चाहिए क्योंकि नैचुरल लाइट की मदद से आप अपना रूटीन जल्दी शुरू कर पाते हैं और काम समय पर होता है।
5. नैचुरल लाइट से काम करने की क्षमता बढ़ती है…
प्राकृतिक लाइट में रहने से काम करने की क्षमता बढ़ती है। अगर आपके ऑफिस में नैचुरल लाइट का सोर्स है तो आप बेहतर तरीके से काम कर सकेंगे। ऑफिस में काम के दौरान आप ब्रेक्स में प्राकृतिक रोशनी का आनंद उठा सकते हैं या सुबह ऑफिस से पहले एक अच्छी सैर भी आपके लिए काफी होगी। अगर आप नैचुरल लाइट में बिलकुल समय नहीं बिताते हैं तो आपको डिप्रेशन या एंगजाइटी के लक्षण नजर आ सकते हैं। अंधेरे में रहने से या आर्टिफिशियल लाइट में रहने से मन अशांत होता है और लंबे समय तक नैचुरल लाइट से दूर रहने का बुरा असर आपको देखने को मिलता है।
6. प्राकृतिक रोशनी का फायेदा कैसे उठाएं?
आप सुबह-सुबह वॉक पर जाएं, प्राकृतिक लाइट में समय बिताने का ये सबसे अच्छा तरीका है। सैर करने से शरीर भी फिट रहेगा और आपका मन भी शांत रहेगा। आपको हर दिन कम से कम आधा घंटा सैर करना चाहिए। ज्यादातर लोग टीवी या मोबाइल देखते हुए खाना खाते हैं जबकि ये गलत आदत है, आप अगर सुबह का नाश्ता बॉलकनी या बगीचे में बैठकर करें तो नैचुरल लाइट का आनंद उठा सकते हैं।
कुछ पढ़ रहे हैं तो लैम्प जलाकर पढ़ने के बजाय नैचुरल लाइट में बैठकर पढ़ें, अगर गर्मी ज्यादा है तो आप बॉलकनी या कमरे की खिड़की के पास भी बैठकर पढ़ सकते हैं। बहुत से लोग बेडरूम में बैठना पसंद करते हैं पर आप अपने रोज के काम जैसे अखबार काटना या सब्जी छीलना आदि को बॉलकनी या बगीचे में बैठकर करें तो आपको नैचुरल लाइट लेने के लिए अलग से समय नहीं निकालना पड़ेगा। प्राकृतिक लाइट केवल सुबह के समय आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है , तेज धूप स्किन सैल्स को डैमेज कर सकती हैं इसलिए आपको सुबह के समय टहलने या नैचुरल लाइट में समय बिताना चाहिए।