जिन्ना विवाद: पथराव -फायरिंग में एसपी सिटी एसडीएम समेत 15 घायल, योगी का कड़ा बयान कहा जिन्ना ने भारत का बंटवारा करवाया

Lathi

अलीगढ़ः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मोहम्मद अली जिन्ना की लगी तस्वीर पर शुरु हुआ राजनीतिक घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं अब इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिन्ना ने हमारे देश का बंटवारा किया है। हम किसी तरह उनकी उपलब्धियों का बखान नहीं कर सकते हैं। भारत में जिन्ना का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। योगी ने कहा कि उन्होंने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं, जल्द ही इसकी रिपोर्ट भी मिल जाएगी। जैसे ही रिपोर्ट मिलेगी, वह इस मामले में कोई कड़ा कदम उठाएंगे।

क्या था पूरा मामला
बता दे कि बीजेपी संसद सतीश गौतम ने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के तारिक मंसूर को पत्र लिखा था जिसमे संस्थान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना कि फोटो प्रदर्शित करने के लिए स्पस्टीकरण माँगा था| पत्र में गौतम ने लिखा था के सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि यूनिवर्सिटी के किसी हल में जिन्ना कि फोटो लगी हुई है लेकिन कहाँ लगी हुई है ये उन्हें नहीं पता| उनसे पत्र के जरिये ये भी पूछा कि अगर फोटो यूनिवर्सिटी में लगी हुई है तो किन कारणों से लगी हुई है| संसथान कि ऐसी कौन सी मजबूरी है कि जिन्ना कि फोटो लगी हुई है क्योकि पूरा विश्व जनता है कि भारत और पाकिस्तान के बटवारे में जिन्ना ही मुख्य सूत्रधार है|
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए रवाना होने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक निजी न्यूज चैनल से कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना ने सिर्फ बंटवारा करने का काम किया है| आपको बता दें कि बुधवार को एएमयू सर्किल पर हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने जिन्ना का पुतला फूंका| इसके बाद हिंदूवादी संगठन और एएमयू के छात्र आपस में भिड़ गये| कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय व वंदे मातरम् के नारे लगाते हुए एएमयू कैंपस में घुस गये| इस दौरान दोनों गुटों में कहासुनी और धक्का-मुक्की हो गयी|
इसके बाद कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग कर रहे एएमयू के छात्रों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा किये गये बलप्रयोग में छह छात्र घायल हो गये| इसमें एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी और छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष एम हुसैन जैदी शामिल हैं|

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एएमयू की मांग आपराधिक तत्व जल्द गिरफ्तार किए जाएं :
एएमयू ने हिंदूवादी संगठनों की ओर से विश्वविद्यालय सीमा के उल्लंघन, आपत्तिजनक नारे लगाने की कड़े शब्दों में निंदा की है। विवि प्रशासन ने घायल छात्रों के साथ गहरी सहानुभूति जताते हुए जिला प्रशासन से हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। जारी बयान के मुताबिक कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने परिसर की स्थिति व एएमयू समुदाय की भावनाओं के बारे में राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों को भी अवगत करा दिया है। एएमयू टीचर्स एसोसिएशन (अमुटा) ने केंद्र सरकार से पूरे प्रकरण की समयबद्ध न्यायिक जांच की मांग की है। देरशाम डीएम को दिए ज्ञापन में अमुटा अध्यक्ष प्रो. हामिद अली व सचिव प्रो. नजमुल इस्लाम ने माहौल खराब करने वालों पर कार्रवाई की मांग भी की।

48 घंटे में तस्वीर हटाने का अल्टीमेटम
हिदू युवा वाहिनी के महानगर उपाध्यक्ष आदित्य पंडित ने चेताया है कि अगर एएमयू 48 घंटे के भीतर जिन्ना की तस्वीर नहीं उतरवाता तो वह वाहिनी कार्यकर्ताओं के साथ जाकर तस्वीर उतारेंगे। यह चेतावनी इस मामले में अहम है, क्योंकि वाहिनी के संरक्षक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही हैं। वहीं, वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश राय ने कहा कि आदित्य पंडित को एक साल पहले ही संगठन से निष्कासित किया जा चुका है।
दूसरी ओर हिंदू जागरण मंच ने गुरुवार सुबह 11 बजे एएमयू सर्किल पर राजा महेंद्र प्रताप सिंह पर गोष्ठी का एलान किया है। इसमें मंच के ब्रज प्रांत के प्रदेश महामंत्री अविनाश राना आएंगे। इस बीच आरएसएस से जुड़े व मुस्लिम यूथ एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद आमिर रशीद ने कहा है कि एएमयू से जिन्ना की तस्वीर जो भी उतार लाएगा, उसे 51 हजार रुपये देंगे। उधर, दोपहर में चर्चा उड़ी कि एएमयू छात्रसंघ भवन से जिन्ना की तस्वीर उतार ली गई है। हालांकि, छात्रसंघ ने कहा कि सफाई के लिए सभी तस्वीरें हटाई गई थीं। बाद में, सभी लगा दी गईं।

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हिंदूवादी युवक पहली बार एएमयू के बाबे-सैयद (मुख्य द्वार) तक नारेबाजी करते पहुंचे और एक बुल को भी पीट दिया। विरोध में सैकड़ों एएमयू छात्र रिपोर्ट लिखाने थाने चल पड़े। पुलिस ने रोका तो उससे अभद्रता की। एक युवक ने एसपी क्राइम आशुतोष त्रिवेदी के सामने ही हवाई फायर कर दिया तो पुलिस ने लाठियां भांजीं। आंसू गैस छोड़ी। छात्रों ने पथराव किया। इसमें एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव, एसडीएम कोल पंकज वर्मा, सीओ संजीव दीक्षित, सीओ पंकज श्रीवास्तव, दो इंस्पेक्टर समेत नौ पुलिसकर्मी भी घायल हैं। छात्र संघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी, सचिव मोहम्मद फहद, पूर्व उपाध्यक्ष माजिन जैदी समेत 15 से अधिक छात्र घायल हैं। दो कंपनी आरएएफ, दो कंपनी पीएसी और 12 थानों की पुलिस मुस्तैद है। डीएम चंद्रभूषण सिंह ने शासन को प्रकरण की रिपोर्ट भेज दी है।

बवाल दोपहर डेढ़ बजे से तब शुरू हुआ, जब एएमयू सर्किल के फैज गेट के पास ङ्क्षहदू जागरण मंच के कार्यकर्ता जिन्ना का पुतला फूंकने पहुंचे। बुल व प्रॉक्टोरियल टीम के रोकने पर पुलिस के आगे ही धक्का-मुक्की हुई। पुलिस इन्हें सिविल लाइंस थाने ले आई। कुछ देर बाद करीब तीन दर्जन मंच नेता व कार्यकर्ता जिन्ना व एएमयू मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए बाबे-सैयद तक पहुंच गए। इनके पीछे जीप में पुलिस भी थी। यह देखकर एएमयू छात्र व बुल डंडे लेकर दौड़ पड़े। पुलिस ने बमुश्किल टकराव टाला। यूनियन अध्यक्ष ने मंच नेताओं व संग दिखे पुलिसकर्मियों पर एफआइआर की मांग की। एडीएम सिटी सीबी सिंह व एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव रिपोर्ट लिखने को राजी थे, पर देरी देखकर छात्र थाने की ओर चल दिए। लेकिन पुलिस ने आगे बढऩे से रोक दिया।