Home राज्य उत्तरप्रदेश हरदोई शहर में दिखा गुंडों का आतंक : लॉ एंड ऑर्डर की उड़ती दिखी धज्जियां – नहीं दिखा पुलिस का खौफ
हरदोई शहर में दिखा गुंडों का आतंक : लॉ एंड ऑर्डर की उड़ती दिखी धज्जियां – नहीं दिखा पुलिस का खौफ
Mar 22, 2022
शिवधीश त्रिपाठी
रीडर टाइम्स न्यूज़
– दिनदहाड़े गुंडों ने शुक्ला वस्त्रालय में घुसकर रोड पर दौड़ा दौड़ा कर पीटा
जब पूरा देश होली के रंग में होली की खुशियां मना रहा था उसी समय एक आम आदमी अपने बच्चों के साथ होली मिलन समारोह की तैयारी कर रहा था कि अचानक एक गुंडा कुछ लोगों के साथ उनकी दुकान के पास पेशाब करने लगा जब उन्होंने मना किया तो उसने दूसरों के साथ शुक्ला जी के ऊपर जानलेवा हमला कर उनको व उनके बेटे को घायल कर दिया। पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी में हुई कैद,कोतवाली शहर इलाके के सदर चौकी से कुछ ही दूरी पर सदर बाजार में स्थित शुक्ला वस्त्रालय की दुकान के ताले पर अर्पित गुप्ता पुत्र राम नारायण गुप्ता पेशाब करने लगा मना करने पर अर्पित गुप्ता द्वारा शुक्ला वस्त्रालय के मालिक अखिलेश्वर शरण शुक्ला व उनके पुत्र अजितेश्वर शुक्ला को गाली गलौज करते हुए पीटने लगा , कुछ देर बाद अर्पित गुप्ता के अन्य पांच साथी भी शुक्ला वस्त्रालय पर पहुँचे और उनके द्वारा भी गुंडागर्दी करते हुए मारपीट की गई , मारपीट में शुक्ला वस्त्रालय के मालिक अखिलेश्वर शरण शुक्ला के पुत्र अजितेश्वर शुक्ला के सर में गंभीर चोट लगी जिसका इलाज चल रहा हैं , शहर के मुख्य बाजार में आती हैं सदर बाजार यहाँ होली के दिन देखने को मिला गुंडाराज ब्राह्मण परिवार पर घर में घुसकर लात घूसो थप्पडों की बरसात की गई , होली के दिन नही दिखा पुलिस का खौफ , सदर में पनपने लगे गु़डे , दिखने लगा सदर में गुंडाराज , जिस तरह इस घटना में ब्राह्मण परिवार को रोड़ पर गिरा गिरा कर लात घूसो थप्पडों से पीटा गया हैं उससे साफ हैं इन गुंडों को नही हैं किसी का खौफ , सदर चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह के क्षेत्र में आता है घटनास्थल चौकी इंचार्ज होली पर दिखे लापरवाह मिली जानकारी के अनुसार सदर के चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह सदर के युवाओं के साथ रखते हैं मधुर संबंध , अभी चुनाव में मंच से नेताओं के भाषण में हरदोई को गुंडा मुक्त बताया जा रहा था लेकिन चुनाव के बाद उन नेताओं की बात गलत साबित हुई और दिखा गुंडाराज , पुलिस इसमें से किसी भी गुंडे को अभी तक पकड़ नहीं पाई है। अब देखना आया है पुलिस व प्रशासन इस को कितनी गंभीरता से लेकर कितनी जल्दी दोषियों को सजा दिलवाती है।