* टीम प्रियंका आ चुकी है अपनी फॉर्म में
* प्रशांत किशोर को भी टीम से मिलने की इजाज़त नहीं
लखनऊ :-
2017 विधानसभा चुनाव आज तक का सबसे दिलचस्प चुनाव होगा, इसमें कोई संदेह नहीं है . हर पार्टी अपना पूरा दम ख़म झोंकने को तत्पर दिखाई दे रही है . संगर्ष के सबसे निचले पायदान पे खड़ी कांग्रेस भी अपनी तीखे तेवरों से लड़ाई में खड़ी दिख रही है . इस चुनाव में प्रियंका गाँधी खुद लीड करेंगी और उनकी सक्रियता के चलते ही सुस्त पड़ी कांग्रेस में एक बार फिर नयी ऊर्जा आ गयी है .
बागडोर प्रियंका के हांथों में है , चुनाव पर उनकी निगाह पैनी है और चुनाव की पल पल की जानकारी लेने के लिए कांग्रेस मुख्यालय में वॉर रूम भी बनाया गया है , जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं प्रियंका खुद ही कर रही हैं. इस वॉर रूम में आई.आई.टी और आई.आई.एम जैसे संस्थानों से 20 धुरंधरों को बुलाया गया है.
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यह वॉर रूम इतना सीक्रेट है की इसमें सदस्यों को किसी से मिलने की इजाज़त नहीं है. सिवाय प्रियंका के कांग्रेस के प्रमुख रड़नीतिकर प्रशांत किशोर को भी टीम प्रियंका से मिलने की इजाज़त नहीं है . सूत्रों के अनुसार प्रियंका ने 2017 फ़तेह की जो स्ट्रेटेजी बनायीं है , वह पूरी तरह से गोपनीय है और प्रियंका ने इसकी कमान अपने हाथ में ही ले रखी है , साथ ही प्रशांत किशोर और उनके कामकाज की पूरी समीक्षा प्रियंका स्वयं कर रही है क्योंकि 2017 विधान सभा चुनावों का सीधा असर 2019 के संसदीय चुनावों पर पड़ेगा और प्रियंका इस बार किसी तरह के जोखिम को उठाने के मूड में नहीं दिख रहीं हैं .