Home Breaking News बेटे के शव को देने के लिए अस्पताल कर्मी ने मांगी मोटी रकम : माता – पिता मांग रहे भीख
बेटे के शव को देने के लिए अस्पताल कर्मी ने मांगी मोटी रकम : माता – पिता मांग रहे भीख
Jun 10, 2022
डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
देखा जाये तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार के खात्मे का जो वादा किया था लेकिन आज बिहार में जहां गरीबों का जीना तो मुश्किल है ही उनका मरना और भी मुश्किल है। बिहार के समस्तीपुर से एक ऐसी घटना सामने आयी है जो दर्शाती है कि बिहार में किस कदर निचले स्तर तक भ्रष्टाचार व्याप्त है। भ्रष्टाचारी कितने अमानवीय होते हैं यह आपको समस्तीपुर की घटना से पता चलेगा क्योंकि यहां एक अस्पताल के कर्मियों ने एक युवक की मृत्यु हो जाने पर उसके पोस्टमार्टम के लिए युवक के मां – बाप से 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग ली। बेचारे गरीब बाप के पास 2 हजार रुपए देने के लिए थे तो अस्पताल वालों ने उन्हें भगा दिया और रिश्वत के पूरे पैसे लेकर आने को कहा। अब बेचारा ठेले पर शरबत बेचने वाला बाप 50 हजार रुपए कहां से लाये। कौन उसे उधार देगा , कौन उसकी मदद करेगा, ऐसे में बेचारा गली गली अपनी झोली फैलाकर भीख मांग रहा है ताकि किसी तरह 50 हजार रुपए इकट्ठे हो जाएं तो वह पोस्टमार्टम करने वालों को रिश्वत के पूरे पैसे देकर अपने बेटे का शव हासिल कर उसका अंतिम संस्कार कर सके।
हम आपको बता दें कि दिल को झकझोर देने वाला यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस घटना के बारे में बात करें तो बताया जा रहा है कि ताजपुर थाना इलाके के रहने वाले महेश ठाकुर का 25 वर्षीय पुत्र 25 मई से लापता था। बेटे के लापता होने के बाद अपने स्तर से महेश ठाकुर ने काफी खोजबीन की , लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी। महेश ठाकुर ने बताया कि उसने अपने बेटे की फोटो फेसबुक पर डालते हुए लोगों से उसकी खोज में मदद करने को कहा था। तब उसे पता लगा कि उसके बेटे की मृत्यु हो गयी है और शव समस्तीपुर सदर अस्पताल में रखा हुआ है। वह किसी तरह वहां पहुँचे तो बड़ी मिन्नत के बाद उन्हें उनके बेटे के शव की पहचान कराई गयी लेकिन कहा गया कि जब तक वह 50 हजार रुपए की रिश्वत नहीं देंगे तब तक पोस्टमार्टम नहीं होगा। गरीब पिता ने अपने पास रखे दो हजार रुपए देने चाहे तो उन्हें भगा दिया गया और पूरे पैसे लेकर आने को कहा गया। अब बेचारे महेश ठाकुर गली गली भीख मांग रहे हैं ताकि रिश्वत के पैसे इकट्ठे कर सकें।