नशा छोड़ो-बोतल तोड़ो-घर को जोड़ो : ज्योति बाबा
Jun 25, 2022
सौरभ सैनी
रीडर टाइम्स न्यूज़
– प्रबुद्ध समाज की खामोशी ड्रग्स मुक्त भारत में बड़ी बाधा – ज्योति बाबा
– नशे का अंजाम मौत का पैगाम – ज्योति बाबा
– देखकर हमार बुजुर्ग रो रहा है नौजवान को नशा तोड़ रहा है – ज्योति बाबा
कानपुर / नशा एक ऐसी बीमारी है . जो कि युवा पीढ़ी को लगातार अपनी चपेट में लेकर उसे कई तरह से बीमार कर रही है. शराब सिगरेट तंबाकू एवं ड्रग्स जैसे जहरीले पदार्थों का सेवन कर युवा वर्ग का एक बड़ा हिस्सा नशे का शिकार हो रहा है. आज फुटपाथ और रेलवे प्लेटफार्म पर रहने वाले बच्चे भी नशे की चपेट में आ चुके हैं. उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के तहत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में विश्व मादक पदार्थ निरोधक दिवस के परिप्रेक्ष्य में एक वेबीनार शीर्षक ड्रग्स मुक्त भारत में प्रबुद्ध वर्ग की भूमिका पर अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही ज्योति बाबा ने आगे कहा कि लोग सोचते हैं. की वह बच्चे कैसे नशा कर सकते हैं. जिनके पास खाने को भी पैसा नहीं होता परंतु नशा करने के लिए सिर्फ मादक पदार्थों की ही जरूरत नहीं होती है. बल्कि व्हाइटनर नेल पॉलिश पेट्रोल आदि की गंध ब्रेड के साथ विक्स और झंडू बाम का सेवन करना कुछ इस प्रकार के नशे भी किए जाते हैं.
जो बेहद खतरनाक होते हैं ज्योति बाबा ने कहा कि महिलाओं द्वारा भी मादक पदार्थों का बहुत अधिक मात्रा में सेवन शुरू किया जा चुका है ऐसा व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में तनाव प्रेम संबंध दांपत्य जीवन व तलाक आदि कारण महिलाओं में नशे की बढ़ती लत के लिए जिम्मेदार हैं. अरुण सिंह गप्पू सिंह चेयरमैन बीकेटी ने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति हमेशा चिढ़ा हुआ और मानसिक तनाव से ग्रसित होता है. नशा करने वाला न सिर्फ आर्थिक व शारीरिक रूप से कमजोर हो जाता है. बल्कि मानसिक रोगी भी बन जाता है. आरआर ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति स्वयं तो सबसे ज्यादा दुर्घटनाओं का शिकार होता ही है. बल्कि दूसरों के लिए भी खतरा बना रहता है. इंजीनियर विनोद झांसी ने बताया कि शोधों के अनुसार हर वह चीज जो आपको जिसकी लत लग जाए नशे की श्रेणी में आता है. जैसे वीडियो गेम स्मार्टफोन फेसबुक इंस्टाग्राम आदि हैं. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अंजू सिंह मानवाधिकारवादी गीता पाल ने कहा कि युवाओं में नशा करने की वजह उनकी बढ़ती उम्र के शौक होते हैं. कुछ युवा परिवार की विपरीत स्थितियों के कारण भी नशा करने पर मजबूर हो जाता है. नशे में लिप्त युवा नशा न मिलने पर अपराध भी करने से नहीं चूकता है. अंत में योग गुरु ज्योति बाबा ने सभी को ऑनलाइन ड्रग्स मुक्त भारत के लिए तन मन धन से काम करने का संकल्प कराया .