Home मनोरंजन बॉलीवुड इस खतरनाक बीमारी का शिकार बने – वरुण धवन : एक्टर को ज्यादा प्रेशर लेना पड़ा भारी ,
इस खतरनाक बीमारी का शिकार बने – वरुण धवन : एक्टर को ज्यादा प्रेशर लेना पड़ा भारी ,
Nov 05, 2022
डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
बॉलीवुड एक्टर वरुण धवन नई फिल्म भेड़िया के प्रमोशन्स को लेकर इन दिनों काफी बिजी चल रहे हैं. भेड़िया में वरुण धवन के साथ कृति सेनन भी नजर आने वाली हैं. इस फिल्म के ट्रेलर को लोगों ने काफी पसंद किया है. एक्टर के हॉरर लुक में कॉमेडी का तड़का फैंस को खूब लुभा रहा है. ऐसे में स्टार्स की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि फिल्म का प्रमोशन बेहतर तरीके से हो. वरुण फिल्म के लिए लगातार इंटरव्यू कर रहे हैं इसी दौरान उन्होंने एक बड़ा खुलासा किया है. वरुण ने हाल ही में बताया कि वह एक रेयर बीमारी वेस्टीबुलर हायपोफंक्शन से जूझ रहे हैं. यह ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति अपने शरीर का बैलेंस खो देता है.
वरुण धवन गंभीर बीमारी का शिकार हुए:
वरुण धवन ने हाल ही में ‘भेड़िया’ फिल्म के प्रमोशन के दौरान बताया कि उन्होंने अपनी पिछली फिल्म ‘जुग जुग जियो’ की शूटिंग में खुद को हद से ज्यादा खुद पर प्रेशर डाला था, जिसका बुरा रिजल्ट आज वह झेल रहे हैं. वरुण ने इंटरव्यू में कहा- ‘जिस पल हम दरवाजा खोलते हैं तो आपको नहीं लगता हम फिर से उसी रैट रेस में शामिल हो जाते हैं. यहां कितने लोग हैं जो कह सकते हैं कि वह (कोरोना महामारी के बाद) बदल गए हैं. मैंने लोगों को कड़ी मेहनत करते देखा है, खुद मैंने अपनी फिल्म ‘जुग जुग जियो’ में हद से ज्यादा मेहनत शुरू कर दी थी. ऐसा लगता था हम कोई इलेक्शन चला रहे हैं, मुझे नहीं पता क्यों, लेकिन मैंने खुद पर ज्यादा प्रेशर ले लिया था.
वरुण धवन ने बताया, ‘मैंने अपने आप को अब रोक लिया है, मुझे नहीं पता मेरे साथ क्या हुआ. मैं वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन से जूझ रहा हूं जिसकी वजह से आमतौर पर शरीर का बैलेंस खो जाता है. लेकिन मैंने खुद को बुरी तरह झोंक दिया. हम सिर्फ रेस में भाग रहे हैं और इसके बारे में कोई नहीं पूछता क्यों. मुझे लगता है हम किसी बड़े मकसद के लिए यहां हैं. मैं खुद की तलाश कर रहा हूं और उम्मीद है आप लोग भी अपने आपको ढूंढेंगे.
क्या है वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन:
बता दें वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन एक कान से जुड़ी बीमारी होती है. इस बीमारी में कान के अंदर के हिस्से पर असर पड़ता है, जो आंख के नीचे बॉडी बैलेंस करने का काम करता है. इसके ठीक से काम नहीं करने पर इंसान को चक्कर आने लगते हैं और वह अपना बैलेंस खो देता है.