Home अद्धयात्म गुरुनानक देव का जीवन देश , धर्म और मानवता के कल्याण के लिए समर्पित था : अम्बरीष
गुरुनानक देव का जीवन देश , धर्म और मानवता के कल्याण के लिए समर्पित था : अम्बरीष
Nov 10, 2022
संवाददाता श्याम जी गुप्ता
रीडर टाइम्स न्यूज़
जनपद हरदोई और आसपास के विभिन्न इलाकों में गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया गया। इसके लिए गुरुद्वारों,मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया। दिन में सभी गुरुद्वारों में शबद कीर्तन किया गया। भंडारे का आयोजन किया गया। दिनभर संगतों के गुरुद्वारा,मंदिरों में आने का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने अरदास कर सुख-समृद्धि की कामना की। सभी लोग गुरु पर्व पर एक-दूसरे को बधाई देते रहे। शिव सत्संग मण्डल आश्रम हुसेनापुर धौकल में संगत पंगत कार्यक्रम में मण्डल केन्द्रीय संयोजक अम्बरीष कुमार सक्सेना ने कहा कि ने सिख पंथ के संस्थापक और प्रथम गुरु गुरुनानक देव महाराज के पावन प्रकाश के पर्व के मौके पर हमें गुरुनानक देव के दिखाए मार्ग पर चलने के लिए तैयार रहना चाहिए।
कहा कि गुरु नानक देव का अपना एक गौरवशाली इतिहास है। हम उनका स्मरण इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उनका जीवन देश ,धर्म और मानवता के कल्याण के लिए पूरी तरह समर्पित था। बताया कि ईश्वर सर्वज्ञ , शाश्वत , सत्य है जो सृष्टि से पहले भी था। आज भी है और प्रलय के बाद भी रहेगा। गुरु नानक देव बचपन से ही दिव्यात्मा थे जो ध्यान , भजन , चिंतन , सत्य , अहिंसा , संयम और आध्यात्मिक विषयों में ही अधिक रुचि लेते थे। उनके जीवन की अनेक अलौकिक, असाधारण और चमत्कारिक घटनाएं हैं जो उनकी कर्म , भक्ति और ज्ञान साधना की महानता तथा अनासक्त भाव को प्रकाशित करती हैं। पाठशाला में वे शब्द के साधक बन अपने समय से बहुत आगे भविष्य को पढ़ रहे थे। परा विद्या से अक्षरों की वर्णमाला में उन्हें परमात्मा की एकता और उनके स्वरूप का रहस्य दिखाई देता था। उनकी आध्यात्मिक ऊंचाई को देख हिन्दू और मुस्लिम भी उनके शिष्य बन गए। हम सभी गुरु नानक देव के संगत पंगत सिद्धांत पर समाज में खुशहाली का वातावरण सृजित कर सकते हैं।
जीवन की सर्वोत्कृष्ट उपलब्धि परमेश्वर का साक्षात्कार करना है अन्य नहीं इसलिए सेवा ,सत्संग और सुमिरन करें तथा समग्र जीवन को सफल बनाएं। कार्यक्रम का शुभारंभ सामूहिक प्रार्थना से हुआ। इस अवसर पर मंडलाध्यक्ष आचार्य अशोक, शिक्षक नेता प्रभाकर बाजपेई ,आर एस एस के विद्यार्थी विस्तारक ध्यान वर्धन सिंह , चित्र गुप्त सेवा धाम ट्रस्ट के प्रमुख अनुराग श्रीवास्तव , संजीव चौरसिया , संजय अग्निहोत्री ,सत्यम ,यमुना प्रसाद ,अनुराग श्रीवास्तव , ध्रुव तिवारी , अजय कुमार गुप्ता , प्रभाकर बाजपेई स्वामी शांतानंद ,योग प्रशिक्षक सत्यम समेत अनेक सत्संगी जन मौजूद रहे।