औरंगाबाद:- शुक्रवार और शनिवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में दो समुदायों के बीच हुई झड़प में दो लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से एक नाबालिग और एक बुजुर्ग शामिल था। इस दंगे के दौरान का एक वीडियो सोमवार को सामने आया है, जिसमें पुलिसवाले दंगाइयों के साथ नजर आ रहे हैं। जिसके बाद पुलिस के काम करने के तरीकों को लेकर एमआईएम ने सवालियां निशान लगा दिया है।औरंगाबाद प्रशासन के मुताबिक, इस दंगे में 60 दुकानें जला दी गई, जिससे व्यापारियों को करीब 100 करोड़ का नुकसान हुआ था।
औरंगाबाद के शागंज-चमन इलाके के इस दो मिनट 38 सेकेंड के वीडियो में सांसद चंद्रकांत खैरे दिखाई दे रहे हैं| बताया जा रहा है कि यह दंगे के अगले दिन शनिवार की सुबह का वीडियो है| चंद्रकांत खैरे के आस-पास पुलिस वाले भी हैं और दंगाई भी| चारों तरफ काफी अफरा-तफरी का माहौल है|
वीडियो में दिख रहा है कि चंद्रकांत खैरे वहां मुकदर्शक बने खड़े हैं| इस वीडियो के सामने आने के बाद दंगों में उनकी भूमिका को भी लेकर सवाल उठ रहे हैं कि सांसद आखिर दंगों के दौरान वहां क्या कर रहे थे| या चंद्रकांत खैरे ने दंगाइयों को रोकने की अपील क्यों नहीं की|
https://www.youtube.com/watch?v=2jamRX5tUK4
इस बीच औरंगाबाद हिंसा का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ पुलिस वाले दंगाइयों के साथ नजर आ रहे हैं| वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस के मौजूद होने के बावजूद दंगाई गाड़ियों को आग के हवाले कर रहे हैं|
इस नए वीडियो के सामने आऩे के बाद सवाल यह उठ खड़ा हुआ है कि क्या यह पूरा दंगा पुलिस की मंजूरी पर अंजाम दिया गया| यह वीडियो दंगे वाली रात का है| बताया जा रहा है कि वीडियो राजा बाज़ार इलाके का है|
वीडियो में भारी संख्या में पुलिस के जवान गश्त लगाते दिख रहे हैं| लेकिन वीडियो में पुलिस के साथ दंगाई भी नजर आ रहे हैं जो उन पुलिस वालों से बात कर रहे हैं| कुछ दूर तक ये दंगाई पुलिस के साथ भी चलते हैं| लेकिन चंद सेकेंड के बाद दंगाई लौटते हैं और आगजनी शुरू कर देते हैं|
औरंगाबाद हिंसा को लेकर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) विधायक इम्तियाज ज़लील ने सुनियोजित योजना का हिस्सा करार दिया। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक माहौल को खराब करने के लिए ये सब कुछ किया गया। इम्तियाज ने कहा,”सरकार और पुलिस को जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ना चाहिए| औरंगाबाद के कार्यकारी पुलिस कमिश्नर मिलिंद भारामारे ने बताया कि इलाके में राज्य रिजर्व पुलिस बल की 7 कंपनियों को तैनात कर दिया गया हैं। साथ ही एक दंगा नियंत्रण कंपनी को भी तैनात कर दिया गया है। फिलहाल हालात नियंत्रण में है।