भ्रष्टाचार की इंतेहा! लाखों की लागत से बनी इंटरलॉकिंग सड़क व नाला 90 दिन में ही ध्वस्त ,

संवाददाता श्याम जी गुप्ता
रीडर टाइम्स न्यूज़
शाहाबाद / सूबे के मुखिया एक तरफ जीरो टारलेंस नीति के को लेकर सख्त हैं।तो दूसरी तरफ बड़े अफसर भ्रष्टाचार में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला नगर पालिका शाहाबाद में इंटरलॉकिंग और नाला निर्माण में सामने आया है। यहां पर हुए उक्त निर्माण कार्य में घोर अनियमितता बरतते हुए भ्रष्टाचार ओर अंधेरगर्दी की पराकाष्ठा ही तोड़ दी। भ्रष्टाचार के आकंठ तक डूबे जिम्मेदारों और ठेकेदार ने ऐसी इंटरलॉकिंग सड़क व नाला निर्माण किया जो 90 दिन में ही ध्वस्त हो गया।

बतातें चलें कि उक्त नाला निर्माण ओर इंटरलॉकिंग पूर्व विधायक बाबू खां के आवास से महमंद-गढ़ी चौराहे तक लगभग एक करोड़ की लागत से बनी इंटरलॉकिंग सड़क और नाला निर्माण अभी 3 माह पूर्व ही कराया गया था। यहां पर अंधेर नगरी चौपट राज को चरितार्थ करते हुए मानक विहीन बनी इंटरलॉकिंग व नाला निर्माण में पालिका प्रशासन और ठेकेदार के गठजोड़ का यह नया कारनामा देखने को मिल रहा है। भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी यह सड़क लगभग 90 दिन भी नही टिक पाई न ही नाला पानी को पास कर पाया।

स्थानीय निवासियों के अनुसार चेयरमैन,नगरपालिका प्रशासन और ठेकेदार तीनों के गठजोड़ के चलते स्टीमेट में मानकों को ताक पर रखते हुए घटिया इंटरलॉकिंग व नाला का निर्माण कराया गया और तो और स्टीमेट मानक के अनुसार सड़क भी अभी तक पूरी नही बनी और भुगतान भी हो गया। इस बाबत ईओ से फोन पर जानकारी चाही गयी तो उन्होंने जानकारी देने से मना कर दिया कहा कि हर बात फोन पर नही बताई जा सकती है।