रिपोर्ट – श्याम जी गुप्ता
रीडर टाइम्स न्यूज़
पालिका प्रशासन में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में प्रशासन नाकाम
शाहाबाद। नगरपालिका द्वारा इस समय स्ट्रीट लाइटों को लगवाने में जिम्मेदार बड़ी रुचि दिख रहे हैं। नगर पालिका की सीमा में लगाई जा रही स्ट्रीट लाइटों में महाघोटाले की पोल की परतें उस समय खुल गयी जब कस्बे के पशु चिकित्सालय से मलकापुर तक स्ट्रीट लाइटें लगाने का कार्य शुरू हो गया है। डीएम व एसडीएम को दी गई शिकायत में बताया गया कि दो-तीन वर्ष पूर्व ही पशु चिकित्सालय शाहाबाद से मलकापुर रोड पर लाखों की लागत से पोल और स्ट्रीट लाईट लगवाने का कार्य कराया गया था। जिसमें लाइटों की वारंटी निविदा में 5 वर्ष की बताई गई। नियमानुसार खम्बो और लाइटो की वारंटी भी अभी शेष है।
लेकिन कुछ लाईटें जलना बंद हुई तो नगर पालिका द्वारा मरकरी / एलईडी लाईट उतार ली। तथा कुछ खम्भों मे बल्ब टांग दिये यह जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार की थी जिसने कार्य कराकर लाखों का भुगतान करा लिया गया था। तथा उससे गारंटी में होने के बाद भी लाईट नहीं बनवायी गयी। वही माह जून जुलाई 2023 मे नगरपालिका अध्यक्ष और ईओ द्वारा निर्माण कार्यों के साथ ही पुनः लगभग 40 लाख का पशु चिकित्सालय निकट चौराहे से मलकापुर तक स्ट्रीट लाइट का टेन्डर निकालकर चहेते बिजली ठेकेदार को दे दिया।
जबकि यहां पर पूर्व में ही लाखों का कार्य कराया जा चुका है। मौके पर पूर्व में कराये गये स्ट्रीट लाइट पुराने कार्य के साक्ष्य मौजूद है,इसमें स्ट्रीट लाइट के पोल अभी ठीक हालत में हैं फिर भी नगरपालिका प्रशासन ने लाखों के भ्रष्टाचार करने का आधार डाल दिया है। जिन्हें किसी भी समय पालिका प्रशासन द्वारा हटवाया जा सकता है, हलांकि नगरपालिका में यह कोई नया भ्रष्टाचार उजागर नही हुआ है, अभी लगभग दो दिन पूर्व ही भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घिरे ईओ ने एक टेंडर निरस्त कर दिया था। इसके बाबजूद स्थानीय प्रशासन नगरपालिका में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित होता दिख रहा है।