रिपोर्ट – श्याम जी गुप्ता
रीडर टाइम्स न्यूज़
शाहाबाद। नगरपालिका शाहाबाद में कूड़ा-कचरा प्रबंधन व्यवस्था फेल है। पालिका प्रशासन नगर के साथ साथ राहगीरों को बीमार करने पर तूला है,नगर का कूड़ा-कचरा कहीं भी सड़क मार्गों के किनारे डंप किया जा रहा है। इस कारण इन सड़कों से गुजरने वालों को मुंह पर रुमाल बांधकर निकलना पड़ रहा है।
हर वर्ष करोड़ों के बजट के बाबजूद नगरपालिका प्रशासन आज तक कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं कर सका है। प्रतिदिन नगर पंचायत के विभिन्न 25 वार्डों से बड़ी मात्रा में कूड़ा निकलता है। इसे कर्मचारी ट्रॉली व अन्य गाड़ियों से कूड़ा-कचरा लेजाकर सड़क के किनारे गिराकर चल देते हैं। सड़क किनारे पड़ा कूड़ा-कचरा बरसात में दुर्गन्ध के साथ बीमारियों को दावत देता है। वहीं, इस सड़क से गुजरने वाले राहगीरों को मुंह व नाक ढककर निकलना पड़ता है। भारत सरकार व प्रदेश सरकार जहां स्वच्छ भारत मिशन को अमलीजामा पहनाने के लिए तमाम अभियान चला रही है। वहीं,पालिका प्रशासन मार्गों के किनारे कूड़ा डालकर स्वच्छता अभियान की धज्जियाँ उड़ा रही है।
बरसात में बढ़ रही मौसमी बीमारियों को बढ़ाबा दे रहा दुर्गन्धयुक्त कचरा
पालिका प्रशासन द्वारा कहीं भी सड़कों किनारे डाले जा रहे इस दुर्गन्धयुक्त कूड़ा-कचरा से बीमारियों का बढ़ता प्रकोप राहगीरों के साथ साथ स्कूली बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है,लेकिन जिम्मेदारों के कान पर जूँ तक नही रेंग रही। पालिका प्रशासन के इस तरह नगर का कूड़ा कचरा सड़कों किनारे डालने से राहगीरों में आक्रोश भी बढ़ रहा है, लोगों का कहना है कि स्वच्छता के नाम पर हर बर्ष लगभग 2 करोड़ ख़र्च के बाबजूद सड़कों किनारे कूड़ा-कचरा डाल रही है।