रिपोर्ट – डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
राजधानी लखनऊ में लखीमपुर के पलिया में नर्सिंग होम खोलने के लिए दोस्त के साथ लाखो रुपए का लोन लेने वाले MBBS डॉ ने लोन न चुकाने से परेशान होकर लगाई फांसी। मृतक प्रदीप 38 ने रविवार को लगाई फांसी। डॉ प्रदीप वर्मा गुडम्बा के प्राइवेट अस्पताल में प्रैक्टिस कर रहे थे। खुद के हॉस्पिटल की प्लानिंग कर रहे डॉ प्रदीप ने बैंक से 20 लाख रुपए का लोन लिया था। जिसको चूका नहीं पा रहे थे। कमरे में मिले सुसाइट नोट के मुताबिक 8 लाख रुपए दे चुके थे। लेकिन अब क़िस्त नहीं चूका पा रहे थे। इसी परेशांनी में उन्होंने सुसाइट कर लिया। उनके द्वारा उठाए गए इस कदम से परिवार व दोस्त सभी लोग चकित हो गए हैं। उनको लेकर परिवारजनो ने कई सपने देख रखे थे। पुलिस खुदखुशी की वजह को लेकर पूछताछ में जुट गई हैं।
आउट ऑफ़ स्टेशन थे माकन मालिक – शनिवार को मकान मालिक किसी काम से बाराबंकी गए थे। और घर में प्रदीप अकेले ही मौजूद थे। डॉ प्रदीप बाराबंकी के मौसूली में रहते थे। पिता ने बताया की – विकास नगर के विनायकपुरम कालोनी में रहता हैं उसने ओपी गुप्ता का मकान का एक हिस्सा किराए पर लिया था।
जानकारी में बताया – रविवार सुबह वापस आने पर दरवाजा बंद था। दरवाजा खोलने का प्रयास करते हुए लेकिन जब कोई जवाब नहीं मिला तो खिड़की तोड़कर अंदर गए तो कमरे में देखा कि गमछे से पंखे के सहारे प्रदीप का शव लटक रहा था। मौके पर ही पुलिस को सूचना दी गई । पिता ने बताया डॉ प्रदीप अपना अस्पताल खोलने कि प्लानिंग कर रहा था।
बैंक वाले कर रहे थे परेशान – बोले पिता – प्रदीप लखीमपुर में एक अस्पताल खोलने कि प्लानिंग कर रहा था और उसके लिए उसने दो बैंको से लोन ले रखा था। हलाकि जिसमे से करीब आठ लाख रुपए अदा भी कर चुका हैं। बाकि शेष राशि को जमा करने के लिए बैंक वाले फोन करके परेशान कर रहे थे। जिससे वह काफी दिनों से परेशान था। इस घटना से बाद माँ चंदा देवी बड़े भाई संदीप का रो – रो कर बुरा हाल हैं।