रिपोर्ट – डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
शिक्षा वह प्रभावशाली हथियार है जो अगर बच्चों को सही समय पर दिया जाए तो वह आगे चलकर देश और समाज को विकास के रास्ते पर ले जा सकते हैं। शिक्षा की महत्ता और इसकी ताकत को पहचानते हुए संविधान में भी शिक्षा को मौलिक अधिकार बनाया गया है। लेकिन जब हम सड़कों पर चलते हैं घरों से बाहर निकलते हैं तो समाज की एक दूसरी ही तस्वीर सामने आती है। जिस उम्र में बच्चों को स्कूल जाना चाहिए शिक्षित होना चाहिए उस उम्र में बच्चे भीख मांगते नजर आते हैं दुकानों पर काम करते नजर आते हैं। यह तस्वीरें मन में सवाल उठाती है कि शिक्षा के मौलिक अधिकार का क्या हुआ? दरअसल समस्या बड़ी है और प्रयास छोटे। ऐसे में हमें और आपको सरकार का सहयोग करना होगा और अपने स्तर पर छोटे-छोटे ही सही लेकिन प्रयास करने होंगे। ऐसे ही जज्बे के साथ निरंतर प्रयासरत है “मुक्ति फाउंडेशन…..एक सोच….एक अभियान “
एक संस्था, जो वंचित वर्ग के बच्चों को गरीबी के अंधेरे से निकालकर शिक्षा की रौशनी में ले जा रही है। यथार्थ के धरातल पर कार्यरत मुक्ति फाउंडेशन ने जिला बलरामपुर में भी अपने अभियान की अलख जगा दी है। जिला प्रभारी मनोज सिंह के अथक प्रयासों से ग्राम सहियापुर, तहसील तुलसीपुर, जिला बलरामपुर में नवीन सेंटर का शुभारंभ हो गया है।