रिपोर्ट -डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
कॉंग्रेस सांसद धीरज साहू के ओडिशा और पश्चिम बंगाल के ठिकानो पर आयकर की छापेमारी खत्म हो गई। आयकर अधिकारियो ने आज भी धीरज साहू से जुडी सम्पत्तियो का सर्वे जारी रखा। जांच को लेकर दस्तावेजीकरण की प्रक्रिया चल रही हैं। धीरज साहू इंफ़्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के परिसर में आयकर विभाग की छापेमारी छठे दिन भी जारी हैं। बताया जा रहा हैं की यह कंपनी कॉंग्रेस के राज्य सभा सांसद धीरज साहू से जुडी हैं। छापेमारी के बाद 176 बैग नोटों की गिनती पूरी हो गई हैं। और विभाग अब सोमवार को इस नकदी को ब्लागीर में एसबीआई की तीन मेन ब्रांच में जमा कराएगा।
बताया जा रहा हैं की अधिकारियो की ओर से झारखंड में भी तलाशी ली जा रही हैं। बरामदी नकदी की पांचवे दिन की गिनती में यह 353 करोड़ रुपए पाई गई। गिनती में आयकर विभाग ओर विभिन्न बैंको के लगभग 80 लोगो की 9 टीम शामिल थी। जो सातो दिन 24 घंटे काम कर रही थी।
काम पर लगाए गए बैंक कर्मचारी – इनकम टेक्स विभाग का यह रेड एक साथ कई जगहों पर चल रहा हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया की बरामद किए जा रहे ज़्यादातर कैश 500 रुपए के नोट हैं। करीब 40 छोटी -बड़ी नोट गिनने वाली मशीने इन्हे गईं रही हैं।
सरकार कब कर सकेगी पैसो का इस्तेमाल – धीरज साहू केस में 353 करोड़ रुपए पहले बैंक में जमा होंगे कोर्ट में जब तक इस मामले की सुनवाई पूरी नहीं होगी तब तक यह पैसे बैंक में ही पड़े रहेंगे। क्योकि अगर कोर्ट धीरज साहू को दोषी ठहराता हैं तब यह पैसे सरकार के खजाने में भेज दिए जाएगी लेकिन आगरा कोर्ट आरोपी को बरी कर देता हैं तो धीरज साहू को सारे पैसे वापस कर दिए जाएगे। उसके लिए धीरज साहू को साबित करना होगा उनके पास पैसे कहाँ से आए हैं। और अगर साबित नहीं कर पाए तो सरे पैसे। कैशलोक भारत सरकार का हो जाएगा।