👉 राष्ट्र निर्माण के काम 2 घंटे मंदिरों के नाम – संजय शर्मा।
👉 शास्वत हिंदू संगठन अपने संकल्पों को धरातल पर उतारने के कार्य में लगा है।
👉 उदयवीर सिंह होंगे प्रान्तीय समन्वयक – सुनील गुप्ता -प्रांत प्रभारी गोरखपुर।
अजय पाण्डेय
रीडर टाइम्स
आज गोरखपुर प्रेस क्लब में अयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए शास्वत हिंदू संगठन के राष्ट्रीय संयोजक संजय शर्मा जी ने कहा कि हजारों वर्ष की तपस्या के बाद वर्तमान में सनातन संस्कृत का अभी उदय कालखंड आया है अयोध्या में प्रभु श्री राम जी के मंदिर में उदघाटन के बाद पूरी दुनिया में लोग साकारात्मक भारत में हो रहे सनातन ऊर्जा के विराट स्वरूप को आशा भरी नजरों से देख रहे हैं ऐसी जागृत संस्कृति की इस ऊर्जा प्रभाव से कैसे हम अपनी गौरवशाली भविष्य की ओर बढ़ने के साथ-साथ दुनिया में वसुधैव कुटुंबकम संदेश दे पाएंगे इसके लिए हमें तैयार रहना पड़ेगा ईसी तैय्यारी को आगे बढ़ाने के लिए शास्वत हिंदू प्रतिष्ठान ने हर गांव गली में स्थित मंदिरों को भक्ति केंद्र से शक्ति केंद्र बनाने के कार्य में लगा है संपूर्ण भारत में राष्ट्र निर्माण के काम में 2 घंटे मंदिरों के नाम अभियान के माध्यम से शास्वत हिंदू संगठन अपने संकल्पों को धरातल पर उतारने के लिए कार्य में लगा हुआ है शास्वत हिंदू संगठन की कार्य योजना को बताते हुए राष्ट्रीय संयोजक संजय शर्मा जी ने कहा है कि आगामी 5 लाख मंदिरो को शक्ति केंद्र बनाने की योजना है उन्हें बताया गया है कि यह संगठन भारत के इतिहास में घटित अनेक घटनों का कार्यक्रम निर्धारण भी वैज्ञानिक आधार पर कर रहा है अयोध्या काशी मथुरा जैसे सनातनी त तीर्थो का इतिहास श्री राम ,श्री कृष्ण , गौतम बुद्ध के जन्म दिवस का निर्धारण भी वैज्ञानिक आधार पर कर दिया है।
जिसे संस्कृत मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है ताकि भविष्य में सनातन विरोधी श्री राम श्री कृष्ण जैसा चरित्र को कल्पना बताने का साहस न कर सकें ऐसे अनेक विषय आगे बढ़ने के लिए बाबा गोरखनाथ की पावन धरती और गोरक्ष प्रांत में संगठन विस्तार की घोषणा करते हुए उदयवीर सिंह जी को प्रांतिय समन्व्यक मनोनीत किया गया है साथ ही वरिष्ठ सहयोगी सुनील गुप्ता जी को इस प्रांत का प्रभारी घोषित किया गया है इस प्रांत के मंदिरों को सामाजिक गतिविधियों का केंद्र बनाने के लिए संगठन का विस्तार के किया जाएगा संजय शर्मा जी ने कहा है कि हर भारतीय से अपील करता हूं कि 22 जनवरी के दिन श्री राम उत्सव को जो जहां है वहां के मंदिरों में जाकर अपने परिवार के साथ उत्साह के साथ मनाए।