रिपोर्ट – डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
सुप्रीम कोर्ट ने आज चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सुनवाई हुई। इसके लिए पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह कोर्ट पहुंचे। पिछली सुनवाई में हिफ़ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ काफी नाराज हुए थे। वही सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से ठीक एक दिन पहले आम आदमी पार्टी के पार्षद पूनम देवी नेहा मुसावाट भाजपा में शामिल हो गए एवं गुरुचरण काला की घर वापसी हुई। मेयर चुनाव के पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह पर सुप्रीम कोर्ट ने आज भी कड़ी टिप्पड़ी की। कोर्ट ने कहा की चंडीगढ़ मेयर चुनाव में रिटनिंग ऑफिसर अनिल मसीह पर मुकदमा चलाना जाना चाहिए।
वही रिटनिंग ऑफिसर अनिल मसीह ने सुप्रीम कोर्ट में बैलेट पेपर पर निशान लगाना काबुल किया हैं। जबकि केवल साइन करने थे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर रिटनिंग ऑफिसर अनिल मसीह दोषी पाए गए तो कार्यवाई होगी। कीजिए ने हॉर्स ट्रेडिंग पर भी चिंता जताई हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कल फिर से सुनवाई होगी वही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चुनाव फिस से नहीं होगा। गौरतलब हैं कि ३० जनवरी को हुए मेयर चुनाव में पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह ने आठ पार्षदों के वोट को अवैध करार दिया था।
वायरल वीडियो पर भड़के चीफ जस्टिस – मामले में पिछली बार हुई सुनवाई के दौरान सीजे आईडी वाई चंद्रचुड़ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अनिल मसीह कि वीडियो पर भड़क उठे थे और उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र का मजाक हैं। यह लोकतंत्र कि हत्या हैं और ऐसे अधिकारी पर मुकदमा चलना चाहिए।