रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश के रीवा जिले में शुक्रवार को छह साल का बच्चा करीब 60 फिट गहरे बोरवेल के गड्ढे में गिर गया। घटना दोपहर 3:30 से चार बजे के बीच की हैं। मयंक रेस्क्यू ऑपरेशन 18 घंटे से लगातार जारी हैं और अब तक 60 फिट तक सुरंग की खुदाई की जा चुकी हैं। बच्चा गिरने की जानकारी मिलने के बाद के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए बच्चे को बचाने के लिए हर तरह से प्रयास किए जा रहे हैं। रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया हैं। बच्चा फ़िलहाल गड्ढे में फंसा हुआ हैं और उसे बाहर निकालने के लिए जेसीबी की मदद से समान्तर गड्ढा खोदा जा रहा हैं। वहां SDERF की टीम भी मौजूद हैं।
खेत में खेलते समय बोरवेल में गिरा बच्चा – दरअसल छह वर्षीय मयंक पिता विजय आदिवासी शुक्रवार की शाम करीब चार बजे खेत पर अन्य बच्चो के साथ खेल रहा था। इसी दौरान वहां खेत में खुले बोरवेल माँ जा गिरा। इसके बाद बच्चे के गिरने की सूचना परिजनों ने पुलिस को दी। मासूम मयंक को बचाने के लिए अलग -अलग 8 जेसीबी मशीन लगाई गई हैं। जिसके जरिये बोरवेल के बगल से ही सुरंग बनाने की कबायद की जा रही हैं। वही सीसीटीवी कैमरे के जरिए बच्चो की निगरानी की जा रही हैं। तो वही बोरवेल के अंदर उसे आक्सीजन मिल सके इसके लिए ऑक्सीजन गैस भी पाइपलाइन के द्वारा बोरवेल के अंदर तक पहुंचाई जा रही हैं।
मजदूरी करते हैं माता -पिता – बोरवेल में गिरे मयंक के माता -पिता विजय कुमार आदिवासी और उसकी माँ दोनों ही मजदूरी का कार्य करते हैं। मयंक का एक छोटा भाई बहन भी हैं। बोरवेल में बच्चे को गिरे कई घंटे बीत चुके हैं और उसे निकालने के प्रयास लगातार जारी हैं। हालाँकि अभी तक अंदर से बच्चे की किसी तरह की कोई आवाज भी सुनाई नहीं दी हैं। जिसके बाद गड्ढे में कैमरा डालकर बच्चे के मूवमेंट का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा हैं।