राहुल गाँधी नामांकन के लिए रायबरेली पहुंचे !

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क

  • रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे राहुल गाँधी
  • राहुल सोनिया और प्रिंयका गाँधी पहुंचे अमेठी
  • राहुल गाँधी रायबरेली सीट से आज दाखिल करेंगे नामांकन।

कॉंग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने अमेठी से तौबा कर लिया हैं। अब वह रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे जबकि अमेठी से सोनिया गाँधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा मैदान में उतरेंगे। अमेठी और रायबरेली सीट से कॉंग्रेस उम्मीदवार को लेकर लम्बे समय से चल रहा असमजस शुक्रवार सुबह खत्म हुआ। क्योकि रायबरेली से आईटी से राहुल गाँधी को उम्मीदवाए बनाया गया।

करीब 25 साल बाद होगा जब कोई गाँधी अमेठी से चुनावी मैदान में नहीं होगा। कॉंग्रेस अध्यक्ष बनने के एक साल बाद 1999 मे सोनिया ने यही से चुनाव की शुरुआत की थी। 20004 में वह रायबरेली शिफ्ट हो गई।

आपको बता दे कि दोनों ही सीट गाँधी परिवार का गढ़ ईरानी के हाथो हार का सामान करना पड़ा था। कॉंग्रेस के कार्यकर्ताओ सहित सियासी पंडितो को इस लिस का अधिक इन्तजार इसलिए भी था क्योकि प्रियंका गाँधी के भी चुनावी राजनीति में कूदने कि चर्चा था।

आज करेंगे नामांकन – अमेठी और रायबरेली सीट पर नामांकन की आखिरी तारीख आज हैं। रायबरेली से राहुल गाँधी और अमेठी से केएल शर्मा आज ही नामांकन करेंगे कॉंग्रेस ने अमेठी और रायबरेली के प्रत्याशियों के बारे में सपा पार्टी को सूचित कर दिया हैं। कॉंग्रेस ने अमेठी और रायबरेली में सपा के स्थानीय पदाधिकारीयो को नामांकन में शामिल होने का निमंत्रण दिया हैं।

कल देर रात बैठक में राहुल गाँधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने से साफ़ इंकार कर दिया। ऐसे में उन्हें विरासत का हवाला देकर रायबरेली के लिए मनाया गया। पार्टी नेताओ का मन्ना हैं कि विपरीत परिस्थितियों में भी रायबरेली कि जनता ने कॉंग्रेस का हाथ नहीं छोड़ा था। अभी भी वहां पार्टी को लेकर उत्साह हैं। यह एक कॉंग्रेस के लिए प्रदेश कि सबसे सुरक्षित सीट हैं इस वजह से राहुल ने हमी कि।

आखिर क्यों पीछे हटी प्रियंका गाँधी – पार्टी सूत्रों कहना हैं कि सोनिया गाँधी के राज्य सभा सदस्य चुने जाने के बाद से रायबरेली के लिए प्रत्याशी कि तलाश शुरू हो गई थी। शुरूआती दौर म प्रियंका गाँधी रायबरेली को लेकर रूचि दिखा रही थी। रायबरेली से चुनाव लड़ना चाहती थी। इसी बीच राहुल कि न्याय यात्रा शुरू हो गई। पार्टी के कुछ नेताओ ने रायबरेली से प्रियंका के बजाय राहुल का नाम रायबरेली के लिए आगे बढ़ाया गया। इस पर प्रियंका ने चुप्पी साध ली। उनकी टीम धीरे -धीरे यूपी चुनाव से दूर होती नजर आई हैं।