रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
लोकसभा चुनव से ठीक पहले बसपा यानी बहुजन समाज पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने भतीजे आकाश आनंद पर एक्शन लेकर सबको चौका दिया। अब मायावती के उस एक्शन पर भतीजे आकाश आनंद का जवाब आ गया हैं। बसपा के राष्ट्रीय संयोजक के पद से हटाए जाने के बाद आकाश आनंद की पहली प्रतिक्रिया सामने आई हैं। बसपा नेता और पार्टी प्रमुख मायावती के फैसले के बाद आकाश आनंद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया हैं।
उन्होंने अपनी पहली टिप्पणी में लिखा , बसपा प्रमुख मायावती आप पुरे बहुजन समाज के लिए आदर्श हैं। करोडो देशवासी आपको पूजते हैं। आपके संघर्षो की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताकत सिख पाया हैं। आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सर माथे पे। भीम मिशन और अपने समाज के लिए लड़ता रहुगा। भीम मिशन अपने समाज के लिए अंतिम साँस तक लड़ता रहूँगा।
दसअसल ,बसपा प्रमुख मायावती ने पहले पिछले वर्ष दिसम्बर महा में आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। और उन्हें हटाने का यह आश्चर्यजनक फैसला उस वक्त आया जब देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए मतदान सपन्न हो गया। मंगलवार रात को मायावती ने आकाश आनंद को अपने उत्तराधिकारी और बसपा समन्वयक के दायित्व से मुक्त कर सबको चौका दिया पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यह कहा की पार्टी और आंदोलन के हित में और आनंद के पूर्ण परिपक्तवता हासिल करने तक उन्होंने यह निर्णय लिया हैं।
पांच महीने ही रहे नेशनल कोऑडिनेटर और उत्तराधिकारी बहुजन समाज पार्टी की नई पीढ़ी के तौर पर पार्टी ने अहम पदों पर बैठाए गए आकाश आनंद को शुरुआत अच्छी नहीं रही। महज पांच महीने में ही बसपा सुप्रीमो मायावती उनसे नेशनल कोऑडिनेटर पद के साथ अपना उत्तराधिकारी होने की जिम्मेदारी भी छिन ली। उन्होंने अपने इस फैसले को कुर्बानी का रूप देकर यह संदेश भी दिया की बसपा अपने मूवमेंट से किसी भी कीमत पर नहीं हटेगी।
पुलिस के मुताबिक़ – जिला प्रशासन द्वारा दिन की शुरुआत में रैली में आनंद के भाषण का स्वतः संज्ञान लेने के बाद यह कार्रवाई की गई। बसपा नेता ने पाने भाषण में कहा था यह सरकार बुलडोजर सरकार और गद्दारो की सरकार हैं जो पार्टी अपने युवाओ को भूखा छोड़ती हैं और बुजुर्गो को गुलाम बनाती हैं। वह आतंकवादी सरकार हैं। प्राथमिक दर्ज होने के बाद बसपा ने बिना कोई कारण बताएं पिछले दिनों आकाश की सभी प्रस्तावित रैलियों को स्थागित कर दिया था।