69 ,000 शिक्षक भर्ती नौकरी जाने और बचाने का संघर्ष

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क

कोविड महामारी के दौरान संविदा पर भर्ती किए गए स्वास्थ्य कर्मचारी अब अपनी बहाली की मांग कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के आवास के सामने बड़ी संख्या में प्रदेश भर से लोग अपनी मांगों को लेकर पहुंचे और प्रदर्शन किया। इन लोगों ने अपनी सेवाएं जो कि खत्म कर दी गई है। उनकी बहाली की मांग की करीब 5000 से ज्यादा समय स्वास्थ्य कर्मी है। जिन्होंने कोविड महामारी के दौरान अपनी सेवाएं दी थी। अब यह लोग अपने समायोजन की मांग कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार , कोविड काल में काम करने वाले स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारी लखनऊ में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की आवास पर पहुंचे इस दौरान बड़ी संख्या में संविदा कर्मियों ने घेराव करते हुए प्रदर्शन किया और अपनी मांगे रखें इस प्रदर्शन में शामिल होने कई जिलों से कर्मचारी पहुंचे थे जिन्होंने संविदा विस्तार की मांग रखी है।

देर रात धरना स्थल से उठाए गए और सुबह फिर पहुंचे अभ्यर्थी –
निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय के बाहर मंगलवार से मंगलवार से 69,000 शिक्षक अभ्यर्थियों का धरना जारी हैं। अभ्यर्थी अपनी मांगों के समर्थन में देर रात तक धरने पर बैठे रहे। बारिश व अन्य समस्याओं को देखते हुए पुलिस ने शक्ति की बस से सभी को बादशाह नगर पर स्टेशन पहुंचा जहां अभ्यर्थी रात भर रहे वही सुबह फिर से अभ्यर्थी धरना स्थल पर पहुंच गए।

संविदाकर्मियों ने कहा कि , नौकरी जाने से हम बेरोजगार हो गए हैं नौकरी जाने से हम बेरोजगार हो गए हैं। स्थानीय स्तर पर हमारी कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए अपनी बात डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक तक पहुंचाने के लिए लखनऊ पहुंचे। लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं इन लोगों के हाथों में पंपप्लेट में जिन पर उनकी मांगे लिखी हुई थी।

अभ्यर्थियों ने कहा कि , कोर्ट ने 69, 000 शिक्षक भर्ती मूल चयन सूची रद्द करते हुए सरकार को 3 महीने के अंदर आरक्षण नियमों का पालन करते हुए नई सूची जारी करने का आदेश दिया हैं। लेकिन सरकार ने अभी तक कोई काम शुरू नहीं किया हैं। केवल एक मीटिंग की है हमारी मांग है कि चयन संबंधित भीम का कार्यक्रम शेड्यूल जारी करें।