रीडर टाइम्स संवाददाता
राज कुमार वर्मा
शाहजहांपुर:- उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर में काकुत्स्थ विकास महासभा द्वारा स्थापना दिवस व काकुत्स्थ विजय दिवस का कार्यक्रम कौशल विकास केंद्र न्यू आर्य नगर कॉलोनी निकट एब्सलूट जिम पुवायां रोड, चिन्नोर,शाहजहांपुर पर संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि काकुत्स्थ विकास महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र काकुत्स्थ ने काकुत्स्थ महाराज के चित्र पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्वलित किया एवं उपस्थित सभी लोगों ने पुष्प अर्पित किये। कार्यक्रम का संचालन काकुत्स्थ विकास महासभा के जिलाध्यक्ष राजेश काकुत्स्थ व महामंत्री आदित्य काकुत्स्थ ने किया। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र काकुत्स्थ ने कहा कि आज के दिन ही हमारे पूर्वजों ने न्यायालय से लड़ाई जीतकर काकुत्स्थ शब्द को सरकार में दर्ज कराया था इसलिए हम सभी हर वर्ष की भांति इस दिन को स्थापना दिवस व काकुत्स्थ विजय दिवस के रुप में मानते हैं। उन्होंने कहा कि काकुत्स्थ का अर्थ हैं ककुत्स्थ, विकुक्षि के पुत्र जो इक्ष्वाकु के पौत्र और वैवस्वत मनु के प्रपौत्र थे। देवासुर संग्राम में इन्होंने वृषरूपधारी इंद्र के कुकुद् अर्थात् डील (कूबड़) पर सवार होकर राक्षसों को पराजित किया था। इसी कारण वे ‘ककुत्स्थ’ कहलाए।
अर्थात काकुत्स्थ समाज वस्तुतः क्षत्रियों का एक वंश है। सूर्यवंश के प्रथम राजा इक्ष्वाकु के वंशज के पुत्र वीर पुरंजय को देवासुर संग्राम में इन्द्र की सहायता करने से काकुत्स्थ की उपाधि से विभूषित किया गया था और इन्हीं से यह वंश चला। भगवान परशुराम द्वारा क्षत्रियों का नरसंहार किये जाने पर राजघरानों के अनेक परिवारों ने जीवन रक्षा के लिये च्यवन ऋषि आश्रम में छिपकर शरण ली तथा सीवन कला अर्थात सिलाई का कार्य अपना कर ,अपना जीवनयापन किया और कालान्तर में यह कार्य इनका परिवारिक व्यवसाय/ पेशा बन गया। छिपकर जीवन यापन के कारण ही इन्हें कहीं-कहीं छीपा, छीपी भी कहा गया है। इस वंश के ही बचे प रिवार में गहरवार, कैथिया, बघेला, नामदेव, राठौर चौहान, चन्देल, सक्सेना, श्रीवास्तव, रोहिला, टांक, भवसार, सिम्पी, आदि अन्यान्य उपनामों से प्रचलित है। जिलाध्यक्ष राजेश काकुत्स्थ ने कहा कि हम सबको काकुत्स्थ शब्द का उपयोग सरनेम के रूप में करना चाहिए। अलग-अलग सरनेम लगाने से हमारी संख्या सरकार की नजरों में नगण्य होती जा रही है और इस वजह से ही हमारे समाज को सरकार में कोई भागीदारी नहीं मिल पा रही है।
इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र काकुत्स्थ, जिलाध्यक्ष राजेश काकुत्स्थ, महामंत्री आदित्य काकुत्स्थ, मीडिया प्रभारी अमर सक्सेना (काकुत्स्थ), अनिल कुमार काकुत्स्थ, मुकेश कुमार काकुत्स्थ, राजकुमार काकुत्स्थ, रमेश काकुत्स्थ, विमल काकुत्स्थ, नोखे लाल काकुत्स्थ, योगेश कुमार काकुत्स्थ, सुरेश काकुत्स्थ, रामनरेश काकुत्स्थ, हरिकिशन काकुत्स्थ, सत्यम काकुत्स्थ, हर्षित काकुत्स्थ, प्रांजल काकुत्स्थ, आशीष काकुत्स्थ, राहुल काकुत्स्थ, अजय कुमार काकुत्स्थ, विनोद कुमार काकुत्स्थ, अमित कुमार काकुत्स्थ, आर्यव कुमार काकुत्स्थ आदि उपस्थित रहे।