आज ही के दिन टाटा ने किया था कमाल ,लांच किया था पहला मेड -इन इण्डिया ट्रक

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
टाटा ग्रुप ने भारतीय उधोग जगत को जो उचाईया दी हैं उसकी कोई तुलना नहीं की जा सकती हैं। नमक के स्वाद से लेकर हवाई जहाज तक का सफर कराने वाला टाटा केवल एक ब्रांड नहीं बल्कि विश्वसनीयता की पहचान बन चूका हैं…

70 साल पहले आज ही के दिन टाटा ग्रुप ने भारतीय ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में एक और माइलस्टोन स्थापित किया था। वही ,साल 1954 में टाटा मोटर्स ने दुनिया के सामने पहला मेड -इन इण्डिया हैवी ड्यूटी ट्रक लांच किया था इस ट्रक के लांच होते ही ट्रांसपोर्ट इंड्रस्ट्री को एक नै राह दिखने लगी थी और इस ट्रक को टाटा ने उस वक्त की मशहूर जर्मन कंपनी डेमलर बेज के साथ टेक्नीकल कोलैबरेशन कर तैयार किया था। टाटा की तरफ से पेश किय जाने वाले इस ट्रक का नाम टीएमपी 312 था जो अपने हैवी -ड्यूटी और पावरफुल परफॉर्मेंस के लिए जाना जाता था।

आजादी के महज सात साल बाद एक देशी कंपनी ने वो कर दिखाया था। जिसकी नीव पर आज इंडियन कमर्शियल व्हीकल इंड्रस्ट्री कड़ी हैं इतना ही नहीं टाटा मोटर्स आज देश की सबसे बड़ी ट्रक और बस निर्माता कंपनी बन चुकी हैं कंपनी के पोर्टफोलियो में एक से बढ़कर एक कई नए मॉडल शामिल हैं।

साल 1969 में टेल्को बॉन्ड ने टाटा ग्रुप के अंतर्गत अपने सफर की शुरुआत की इसके बाद टेल्को ने 1986 में लाइटकमर्शियल व्हीकल टाटा 407 को लांच किया और इसके बाद साल 1991 में टाटा ने पाने पहले पैसेंजर व्हीकल के तौर पर टाटा Sierra को दुनिया के सामने पेश किया कारो की दुनिया में उतरने का टाटा की ये शुरुआत थी।

साल 1998 में रतन टाटा ने भारत की पहली इंडिजिनियस कार टाटा इंडिका को लांच किया। जिसने कंपनी को कार निर्माता के तौर पर अलग पहचान दी।