रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
छठ गीतों से जबरदस्त लोकप्रियता पाने वाली शारदा सिन्हा का निधन। शारदा सिन्हा के निधन के बाद कई हस्तियों ने शोक जताया है…
मंगलवार की देर रात शारदा सिन्हा का दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान निधन हो गया। शारदा सिन्हा के निधन की खबर से पूरा देश का शोका कुल है। शारदा सिन्हा लोकगीत के साथ-साथ छठ व विवाह गीत के लिए भी जानी जाती थी। शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन ने बताया कि पटना में अंतिम दर्शन के लिए शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर को रखा जाएगा।
अस्पताल में गीत गाते शारदा सिन्हा –
गायिका शारदा सिन्हा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है कहा जा रहा है कि जब शारदा सिन्हा अस्पताल में भर्ती थी तब वह एक गीत गुनगुना रही थी सोशल मीडिया पर इस वीडियो को दिल्ली स्थित एम्स का बताया जा रहा है इस वीडियो में शारदा सिन्हा एक गीत “सैया निकाय गए ” गुनगुनाती नजर आ रही।
हर तरफ छठ पूजा की गूंज है घर-घर से छठ गीतों की आवाज आ रही है संयोग देखिए आस्था के महापर्व छठ से जुड़े अधिकतर मधुर और पारंपरिक गीतों को जिसने आवाज दी वह आवाज छठ पर्व के बीच ही हमेशा के लिए खामोश हो गई जैसे ही लोगों को यह खबर मिली की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा अब हमारे बीच नहीं रही। लोग मायूस हो गए क्योंकि एक की तरफ शारदा सिन्हा के छठ गीत कानों में गूंज रहे हैं वहीं दूसरी तरफ वह इसी मौके पर अनंत यात्रा के लिए निकल पड़ी।
गुलबी घाट पर शारदा सिन्हा का दाह संस्कार –
शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार पटना के गुलबी घाट पर किया जाएगा शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सी ने यह जानकारी दी है पहले यह जानकारी सामने आई थी की शारदा सिन्हा के परिवार के सदस्य विचार विमर्श कर द संस्कार के बारे में जानकारी देंगे अब शारदा सिन्हा के बेटे ने साफ किया है कि उनकी मां का दाह संस्कार पटना के गुलबी घाट पर कल यानी गुरुवार को किया जाएगा
ससुराल में लोगों ने कहा छठी मैया की बेटी थी –
लोग गायिका शारदा सिन्हा के निधन के समाचार मिलते ही उनके ससुराल देख सराय जिला स्थित सीमा गांव में अशोक के लहर दौड़ गई शारदा सिन्हा बिहार ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने गीत के माध्यम से लोगों के बीच मौजूद थे और सदा रहेंगे लेकिन आज उनकी कमी पूरे जिले वासियों को कर रही है लोग उन्हें छठी मैया की बेटी के रूप में भी संबोधित करते थे उनके ससुराल बेगूसराय जिला सीहमा गांव में लोग काफी शोकाकुल है तथा अपने-अपने ढंग से शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं लोगों ने बताया कि शारदा सिन्हा का अपने ससुराल से काफी लगाव था और वह प्रत्येक वर्ष अपने ससुराल सीमा अतिथि तथा यहां के लोगों को काफी मदद भी करती थी।
छठ गीत के अलावा विदाई गीत भी गा चुकी हैं –
शारदा सिन्हा ने छठ पर्व के अलावा विवाह गीत बेटी की विदाई गीत और अन्य ग्रामीण पर वह पर आधारित गीतों को भी अपनी आवाज देकर इन्हें पूर्ण प्रतिस्थापित किया काम ही गायक ऐसे होते जिन्होंने एक साथ लोग को संस्कृत के अलग-अलग पशुओं को सदा हो शारदा जी इस महीने में अनूठी कलाकार है