हेमंत सोरेन चौथी बार सीएम पद की शपथ लेंगे

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
हेमंत सोरेन के चौथी बार झारखंड का मुख्यमंत्री बनने की बात से लोगों की उम्मीद जाग गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका इलाका अब विकास के रास्ते पर चल पड़ेगा …
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झारखंड को आज उनका 14वे मुख्यमंत्री मिलने जा रहा है। रांची के मोहराबादी मैदान में हेमंत राज्य के 14वे सीएम के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी , शरद पवार, ममता बनर्जी सहित इंडिया ब्लॉक के कई दिग्गज शामिल होने जा रहे हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी कमांडर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। गुरुवार शाम 4:00 बजे राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार हेमंत सोरेन को पद पर गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।

  • लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे और अन्य नेता हेमंत श्रेणी के साथ शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए रांची पहुंच चुके।
  • पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए रांची पहुंच चुकी हैं।
  • शपथ ग्रहण समारोह से पहले हेमंत सोरेन झामुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन के आवास पर पहुंचे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा ,अबुआ सरकार शपथ ग्रहण से पहले बाबा दिशोम गुरुजी और मां का आशीर्वाद लिया।

अकेले शपथ ले सकते हैं हेमंत सोरेन –
हेमंत सोरेन ने जीत के बाद अपने भाषण में कहा हमारे नेतृत्व पर विश्वास करने के लिए मैं झारखंड के लोगों का आभारी हूं यह जीत लोगों की आकांक्षाओं को दर्शाती है और हम उन्हें पूरा करने की दिशा में काम करेंगे यहां लोगों की जीत है हेमंत सुरेन ने जनता से अपने शपथ समारोह में शामिल होने की अपील की और एक यूट्यूब लिंक भी शेयर किया जहां इस कार्यक्रम को लाइव देखा जा सकता है।

शपथ ग्रहण को लेकर पूरे रांची शहर में पोस्टर लगाए गए और विशेष यातायात व्यवस्था के साथ विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है कांग्रेस महासचिव और झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि सुरेंद्र के अकेले शपथ लेने की संभावना है और विधानसभा में विश्वास मत के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा

बंद रहेंगे रांची के सभी स्कूल –
एक अधिकारी ने कहा कि झारखंड में हेमंत सुरेंद्र सरकार के शपथ ग्रहण के मध्य नजर गुरुवार को रांची शहर की स्कूल बंद रहेंगे उन्होंने कहा कि इस आयोजन से शहर में ट्रैफिक जाम जैसे स्थिति पैदा हो सकती है और छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।