रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई उनके दिमाग में खून के थक्के जमने का पता चला है …
भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली की तबीयत बिगड़ गई उन्हें ठाणे के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है । उनकी हालत स्थिर बताई जा रही हैं हालांकि जब उन्हें भर्ती कराया गया था तो उनकी हालत बेहद खराब बताई जा रही थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांबली को शनिवार को ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था उन्हें डॉक्टर ने कड़ी निगरानी में रखा है।
कांबली को हाल में ही कोच रमाकांत आचरेकर की याद में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान देखा गया था जहां वहां काफी कमजोर नजर आए उनके कार्यक्रम में अपने बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर से मुलाकात खूबसूरत रही रिपोर्ट के मुताबिक , मेडिकल जांच में कांबली के दिमाग में खून के थक्के जमने का पता चला।
काफी लंबे समय से स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे कांबली –
विनोद कांबली एक दशक से अधिक समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं न सिर्फ स्वास्थ्य को लेकर बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं विनोद कांबली ने स्वीकार किया था कि उनकी वित्तीय स्थिति गड़बड़ है स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहे। विनोद कांबली की आय का एकमात्र सूत्र बीसीसीआई की पेंशन है। जो प्रतिमा 30,000 रुपए है। इस बात का खुलासा उन्होंने 2022 में खुद किया था। दो बच्चों की देखभाल करने के लिए विनोद कांबली 15वीं बार रिहैब में जाने को भी तैयार थे विनोद कांबली पहले भी 14 बार ही रिहैब में जा चुके लेकिन तब कुछ सुधार नहीं हुआ था।
2013 में दो बार दिल का दौरा पड़ चुका –
शराब की लत की वजह से उनकी तबीयत काफी खराब हुई विनोद कांबली ने इस साल की शुरुआत में एक इंटरव्यू में खुलासा किया था उन्हें 2013 में दो बार दिल का दौरा पड़ा था साथ ही वह एक संक्रमण से भी जूझ रहे थे विनोद कांबली ने सचिन से वित्तीय मदद का भी खुलासा किया था। विनोद कांबली ने कहा मुझे दो दिल के दौरे पर पड़े थे। मेरी पत्नी मुझे लीलावती अस्पताल और सचिन ने मेरी मदद की उन्होंने 2013 में मेरी दो सर्जरी के लिए भुगतान किया।
विनोद कांबली ने आगे कहा कि अब बेहतर महसूस कर रहा हूँ। मैं यहां क्रिकेट कभी नहीं छोडूंगा क्योंकि मुझे याद है कि मैंने कितने शतक और दोहरे शतक लगाएंगे बच्चे लोगों ने देखा मुझे मेरा बेटा भी लेफ्ट हैंड बेटर है। मैं कहूंगा की लाइफ को इंजॉय करूंगा मैं कहूंगा कि शराब मत पीना मैं सचिन तेंदुलकर का शुक्र गुजार हूं क्योंकि उनका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा। विनोद कांबली ने इस दौरान हम चैंपियन है कि नारे लगातार लगाए।
अत्यधिक शराब पीने से हालत बिगड़ी
विनोद कांबली ने यह स्वीकार किया था कि अत्यधिक शराब पीने से उन्हें परेशानी हुई लेकिन उन्होंने बताया कि उन्होंने हाल ही में शराब की एक बूंद कभी सेवन नहीं किया। विनोद कांबली के दोस्त और पूर्व प्रथम श्रेणी अंपायर मारकर से अकाउंटों ने भी इसकी पुष्टि की थी। विनोद कांबली ने कहा नहीं मैं 6 महीने पहले शराब पीना और धूम्रपान करना बंद कर दिया था। अपने बच्चों की खातिर ऐसा किया। मैं पहले ऐसा करता था लेकिन अब मैं इसे पीछे छोड़ दिया।
विनोद कांबली का करियर –
कांबली ने 1993 से 2000 के बीच भारत के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे खेले वह 1000 टेस्ट रन बनाने वाले सबसे तेज भारतीय बल्लेबाज है। यह एक ऐसा रिकॉर्ड जो आज तक कायम है। 1991 में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने के बाद भारत के लिए 104 वनडे और 17 टेस्ट खेलने के बावजूद कांबली का अंतरराष्ट्रीय कैरियर एक दशक भी नहीं चल सका। कांबली ने 17 टेस्ट में 54 . 20 की औसत में से 1084 रन बनाए थे। इनमें चार शतक और तीन अर्धशतक शामिल है इसके अलावा 104 वनडे में उन्होंने 32.59 की औसत से 2477 रन बनाए। इनमें दो शतक और 14 अर्थशतक शामिल है। इसके अलावा 129 प्रथम श्रेणी में मैचों में उन्होंने 59.67 औसत से 9965 रन बनाए इनमें 35 शतक और 44 अर्धशतक शामिल है। इसके अलावा 221 लिस्ट और मैचों में विनोद कांबली ने 41.24 की औसत में 6476 रन बनाए इनमें से 11 शतक और 35 अर्धशतक शामिल है।