रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
लखनऊ में बिजली विभाग के संविदा कर्मचारी मध्यांचल विद्युत वितरण निगम मुख्यालय का घेराव कर रहे। सभी निगम के सामने की रोड पर बैठकर सैलरी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं उनकी मांग है कि 18000 महीना सैलरी दी जाए। कर्मचारियों में चटनी को लेकर भी नाराजगी …
यूपी की राजधानी लखनऊ में पावर कारपोरेशन के पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम आगरा के निजीकरण के निर्गमन में कार्यक्रम संविदा कर्मचारियों की चटनी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को 5000 से ज्यादा कर्मियों ने लखनऊ के गोखले मार्ग स्थित मध्यांचल निगम मुख्यालय का ग्राफ करके जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने निगम मुख्यालय के गेट में तालाबंदी करके डेरा डाल दिया। इन संविदा कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से निजीकरण के फैसले को वापस लेने और चटनी किए जा रहे लोगों को पुनः सेवा में वापस लेने की आवाज उठाई।
स्वीकृत पदों को भी हटाया जा रहा है –
पावर कारपोरेशन के द्वारा उनके कर्मियों का शोषण करने के लिए स्वीकृत पदों को भी हटाया जा रहा है। पिछले एक दशक में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या पहले से काफी बढ़ गई कर्मचारी घटाया जा रहा है। इससे बिजली घरों पर काम करने वाले कर्मचारियों पर बोझ बढ़ेगा संविदा कर्मचारियों की सभा को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी ने भी संबोधित किया।