रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क
मुंबई में आरबीआई की पाबंदी के बाद न्यू इण्डिया कोआपरेटिव बैंक की अँधेरी शाखा में खाताधारकों के बीच हाहाकार मचा हुआ हैं क्युकी बैंक ने खातों की फ्रिज कर दिया हैं …

मुंबई स्थित न्यू इण्डिया को आपरेटिव बैंक के बाहर शुक्रवार को लोगो की कतरे देखि गई आरबीआई की ओर से निकासी पर रोक लगाने के बाद चिंतित ग्राहक जल्द से जल्द अपना पैसा निकालना छह रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई ) ने गुरूवार को पर्यवेक्षी चिंताओं के बीच जमाकर्ताओं की ओर से धन निकासी सहित कई प्रतिबंध लगा दिए थे।
आरबीआई ने क्या की कार्यवाई –
आरबीआई ने कहा की न्यू इण्डिया को आपरेटिव बैंक को मौजूदा न वादी स्थिति को देखते हुए निर्देश दिया गया हैं की वह जमाकर्ता के बचत बैंक या चालु खातों या किसी अन्य खाते से किसी भी राशि की निकासी की अनुमति न दे हालाँकि बैंक कर्मचारियों की सैलरी ,किराये ,ओर बिजली के बिल जैसी कुछ आवश्यक मदो के संबंध में खर्च कर सकता हैं।
बचत ,चालू या किसी भी खाते से किसी भी राशि की निकासी पर रोक –
भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई ने आज न्यू इण्डिया को – आपरेटिव बैंक को ऋण देने या नवीनीकृत करने नै जमा रशिया स्वीकार करने ,निवेश करने अपनी देनदारियों के लिए कोई भुगतान करने या अपनी किसी भी सपत्ति को बेचने से रोक दिया हैं नियामक ने एक बयान में कहा की बैंक में हाल के भौतिक घटनाक्रमों से उत्तप्त पर्यवेक्षी चिंताओं ओर बैंक के जमाकर्ताओं के हितो की रक्षा के कारण यह रोक लगाई गई हैं। बैंक की महारष्ट्र समेत देशभर में २६ ब्रांच हैं और बड़ी संख्या में ग्राहक हैं।
ग्राहकों के जमा पैसे का क्या होगा –
न्यू इण्डिया को – आपरेटिव बैंक के जमाकर्ता जमा बीमा और क्रेडिट गारंटी नियम ( डीआईसीजीएल ) के माध्यम से ५ लाख रूपये तक की वसूली कर सकते हैं। आरबीआई ने कहा ,पात्र जमाकर्ता उचित सत्यापन के बाद डीआईसीजीसी से समान शमता और समान अधिकार में ५ लाख रूपये का मौद्रिक सीमा तक अपनी जमा राशि की इंशोयरंस का दावा प्राप्त करने के हकदार होंगे।
कैसी हैं वित्तीय स्थिति –
न्यू इण्डिया को – आपरेटिव बैंक पिछले दो वित्तय वर्षो में घाटे में झूम रहा हैं इसकी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार बर्णक को मार्च 2024 को समाप्त वित्तय वर्ष में 23 करोड़ रूपये का घटा हुआ इससे पहले वित्तय वर्ष 2023 में 31 करोड़ रूपये का घाटा हुआ था। 31 मार्च 2024 तक बैंक का एडवांस कम होकर 1 ,175 करोड़ रूपये हो गया। एक साल पहले यह 1 ,330 करोड़ रूपये था। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार बैंक की जमा रकम 2406 करोड़ रूपये से बढ़कर 2436 करोड़ रूपये हो गई।