पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने कैबिनेट बैठक ली

रीडर टाइम्स डेस्क
सीसीपीए देश के महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मामलों की समीक्षा करती है इसके पास निर्णय लेने का अधिकार होता है पहले पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भी इसकी बैठक बुलाई गई थी …

पहलगाम आतंकी हमले के ठीक एक हफ्ते बाद मंगलवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठक की बताया जा रहा है। कि पीएम ने पाकिस्तान पर एक्शन के लिए सेना को खुली छूट दे दी है जैसे ही यहां खबर सोशल मीडिया मैं हिस्ट्री मीडिया के जरिए पाकिस्तान पहुंची। पाकिस्तान के नेताओं की घबराहट सामने आई। कुछ नहीं तो 26 से 36 घंटे का काउंटडाउन भी शुरू कर दिया। तो कुछ नहीं गौरी गजनी शाहीन मिसाइल जीना ने शुरू कर दी। जब से यह खबर आई है की सेना को मोदी सरकार ने खुली छूट दे दिए तब से ही देश भर के लोगों के बीच एक ही सवाल है कि आखिर सेना को खुली छूट देने का आशय क्या है।

प्रधानमंत्री के अध्यक्षता में बुधवार सुबह 11:00 बजे सबसे पहले कैबिनेट सुरक्षा कमेटी की बैठक शुरू हो चुकी इस बैठक की अध्यक्षता पीएम मोदी कर रहे हैं इसमें उनके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गृहमंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में शामिल हुए सीसीएस ने पहले पाकिस्तान के खिलाफ कई कदमों को मंजूरी दी थी जिसे सिंधु जल संधि को रोकना अटारी सीमा को बंद करना और वीजा रद्द करना शामिल है इसके बाद आज जीपीएम मोदी के अध्यक्षता में सीसीपीए की बैठक होनी है सीपीए देश के महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मामलों की समीक्षा करती है इसके पास निर्णय लेने का अधिकार होता है पुलवामा में हुआ आतंकी हमले के बाद भी इसकी बैठक बुलाई गई।

क्या पाकिस्तान की न्यूक्लियर बम की धमकी बेदम हो गई है –
पाकिस्तान लंबे समय से अपनी परमाणु क्षमता को भारत के खिलाफ विवरण नीति हथियार के रूप में प्रस्तुत करता रहा। पहलगाम अटैक के बाद पाकिस्तानी नेता बार-बार कह रहे हैं कि उनका अस्तित्व खतरे में पड़ा तो वह परमाणु हथियारों का उपयोग कर सकते हैं यह न्यूक्लियर गुब्बारा पाकिस्तान की उसे रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत व भारत को सैन्य कार्रवाई से रोकने के लिए परमाणु युद्ध की धमकी देता है। पर भारत ने जिस तरह अपनी सेवा को फ्री हेड दिया है उसका साफ मतलब है कि पाकिस्तान परमाणु युद्ध की धमकी का भारत पर कोई असर नहीं है

भारतीय सेवा को फ्री हेड देने के क्या मायने हैं –
प्रधानमंत्री मोदी ने सेना को फ्री हैंड देने की घोषणा का मतलब है कि अब भारतीय सेवा आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्वतंत्र होगी। जिसमें सेना को यह तय करने की आजादी है कि कब कहां और कैसे कार्रवाई करनी है यहां नीति पहलगाम हमले के जवाब में आई। जिसे भारत ने पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयब से जोड़ा है फ्री हैंड का अर्थ यहां नहीं की सेवा पाकिस्तान की तरफ अपनी मनमानी करेगी। भारत में लोकप्रिय राजनीतिक नेतृत्व है इसलिए सेना हमेशा उसके मार्ग दर्शन में ही काम करती है।

पाकिस्तान की चिंताएं और नींद उड़ाने के सबूत –
भारतीय सेना को फ्री हेड देने दिए जाने के बाद किस तरह पाकिस्तान के होश उड़े हुए हैं यहां हम उनके रिएक्शन में देखते हैं पाकिस्तान में इस घोषणा के बाद घबराहट के कई संकेत दिखे जो दर्शाते हैं कि उसका न्यू क्लियर गुब्बारा
कमजोर पड़ रहा है।

परमाणु की धमकी बेअसर –
उसकी परमाणु धमकी की विश्वसनीयता कई कारणों से कमजोर है पहली बात पाकिस्तान परमाणु हमला करके दुनिया भर की आर्थिक नाकेबंदी झेलने की स्थिति में नहीं है पहले से उसकी जनता रोटी के लिए तरस रही अगर पाकिस्तान ऐसी हरकत करता है तो भारत उसको तबह कर सकता है।