प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के कोषागार की चाबियां गायब हो गई हैं। जिसे लेकर पुरी के शंकराचार्य और राज्य में विपक्षी दल भाजपा ने विरोध जताया है। वहीं ओडि़शा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विवाद बढ़ता देख इस मामले की न्यायिक जांच के आज आदेश दे दिए। कानून मंत्री प्रताप जेना और श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के प्रमुख पी के जेना के साथ विचार विमर्श के बाद पटनायक ने कहा कि एक न्यायिक आयोग को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा जाएगा।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गयी है। इसमें कहा गया कि ओडि़शा उच्च न्यायालय के एक अवकाशप्राप्त न्यायाधीश द्वारा इस मामले की जांच करायी जाएगी और इस पर विशेष रूप से गौर किया जाएगा कि रत्न भंडार की चाबियां किस परिस्थिति में गायब हो गयीं। बयान के अनुसार इस साल भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा 14 जुलाई को है और एक सदस्यीय जांच आयोग अपनी रिपोर्ट यात्रा के बाद सौंपेगा।
बता दें कि रत्न भंडार की चाबियों के गायब होने की बात पहली बार चार अप्रैल को सामने आयी थी। जिसे लेकर सियासत भी तेज होने लगी है। पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने ओडिशा सरकार की जांच की आलोचना की है। गोरतलब है कि जगन्नाथ मंदिर पुरी में स्थित है और ये हिंदुओं के चार धामों में से एक है। 12वीं सदी से मंदिर के खजाने को लुटने के लिए 18 बार मंदिर पर हमला किया जा चुका है।