पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने जेल में बेहतर सुविधाएं लेने से मना कर दिया है, शरीफ (68) और मरियम (44) को एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामले में लंदन से लाहौर हवाईअड्डे पहुंचने के थोड़ी देर बाद हिरासत में ले लिया गया था और उन्हें जेल भेज दिया गया था | जवाबदेही अदालत ने भ्रष्टाचार से संबंधित इस मामले में शरीफ को 10 साल और मरियम को सात साल कैद की सजा सुनाई थी |
लाहौर हवाईअड्डे पर हिरासत में लिए जाने के बाद पिता-पुत्री दोनों को एक विशेष विमान से इस्लामाबाद ले जाया गया था | वहां से उन्हें सशस्त्र कर्मियों के पहरे में अलग-अलग वाहनों से अदियाला जेल ले जाया गया था | संपन्न परिवार से संबंधित होने के कारण मरियम जेल में ‘ बी-श्रेणी ’ की सुविधाएं पाने की हकदार हैं, जिनमें गद्दा, कुर्सी-मेज, पंखा, 21 इंच का टेलीविजन और एक अखबार जैसी चीजें खुद के खर्चे पर मिलती हैं |
68 साल के नवाज और उनकी बेटी को शुक्रवार को लंदन से लौटने के बाद लाहौर में गिरफ्तार कर लिया गया था | बता दें कि 6 जुलाई के फैसले में पाकिस्तान की एहतिसाब (अकाउंटेबिलिटी) अदालत ने इवनफील्ड संपत्ति भ्रष्टाचार के मामले में नवाज शरीफ को 10 साल, मरियम नवाज को 7 साल व दामाद कैप्टन (रिटायर्ड) सफदर को एक साल की सजा सुनाई थी |
पाकिस्तानी अखबार डॉन की खबर के मुताबिक नवाज शरीफ के वकीलों की एक टीम वकालतनामे पर हस्ताक्षर करवाने अदियाला जेल गई थी | सूत्रों के मुताबिक नवाज शरीफ की लीगल टीम न सिर्फ पाकिस्तान की एहतिसाब (अकाउंटेबिलिटी) अदालत के 6 जुलाई के फैसले को चुनौती देगी बल्की वे पाकिस्तान की अंतरिम सरकार के कानून मंत्रालय के जेल ट्रायल संबंधी अधिसूचना को भी चुनौती देगी|