रक्षक ने ही की भक्षक बनने की कोशिश, भेजा गया जेल
Jul 17, 2018
रिपोर्ट : ब्यूरो चीफ सीवी यादव ,रीडर टाइम्स
हरदोई : मामला हरदोई शहर कोतवाली का है जहाँ कल दिनांक 16.6.18 को उस समय सनसनी फैल गई जब भीड़ एक बहुत ही साधारण से दिखने वाले लगभग 40 वर्ष की उम्र के रक्त रंजित अधेड को पकड़कर कोतवाली ले आयी । वहाँ पर मौजूद हर कोई उस साधारण से दिखने वाले खून से नहाये व्यक्ति के बारे में जानने को उत्सुक थे । जब हमारे शहर सवांददाता ने मौके पर पहुंच कर पूरा वाक्या जाना तो ये हैरान परेशान कर देने वाला वाक्या सामने आया कि वह साधारण सा दिखने वाला अधेड़ इंसान की शक्ल में छिपा एक वहसी है। मामला हरदोई शहर में सर्कुलर रोड पर स्थित एक नामी *इंग्लिश मीडियम स्कूल क्रीसेंट एकेडमी* का है ।
जहाँ पर सुनील वर्मा पुत्र रामकृष्ण नि0 रद्दे पुरवा रोड नियर पिहानी चुंगी हरदोई बच्चों को घर पहुंचाने वाली बस पर परिचालक का काम करता था। जिस पर आरोप लगा कि उसने इसी स्कूल में नर्सरी क्लास में पढ़ने वाली मासूम पिंकी (काल्पनिक नाम) के साथ छेड़छाड़ की और बलात्कार करने की कोशिश की। मासूम पिंकी के परिजनों के अनुसार आरोपी सुनील वर्मा ने जैसे ही पिंकी को घर पर छोड़ने के लिए बस से उतारा की डरी सहमी मासूम ने रोते हुए आरोपी की करतूत परिजनों को बताई। ये सुनकर परिजन गुस्से से आगबबूला हो गए और परिजनों व मोहल्लेवासियों ने आरोपी की जमकर धुनाई की और पकड़कर कोतवाली ले आये।
पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपी को हवालात में बंदकर मासूम को डाक्टरी परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेज दिया । जहाँ बलात्कार की पुष्टि नही हो पायी। आज दिनांक17.7.18 को आरोपी को पास्को एक्ट व धारा 354,9/10 आदि धाराओं में वाद पंजीकृत कर उसकी सही जगह यानी जेल भेज दिया। अब एक सवाल ये है कि क्या एक आरोपी के जेल चले जाने से हमारी बेटिया सुरक्षित हो गयी ? दूसरा बड़ा प्रश्न ये भी उठता है कि एक नामी स्कूल में मासूम तक सुरक्षित क्यो नही है? क्या वहा के प्रबन्ध तन्त्र इतना लचर है कि किसी भी बहशी को अपने यहाँ बिना जांच पड़ताल किये बहुत ही जिम्मेदारी वाले काम पर रख लेगा। जो मासूमो के साथ ऐसी हरकत करे । प्रशासन को सिरे से सोचने की व किसी भी स्कूल में काम कर रहे कर्मचारियों के चरित्र को जांच कर ही रखे जाने जैसे प्रभावी व कड़े नियम बनाये जाने की आवश्यकता है।