भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा अंडर-19 टीम के कोच “राहुल द्रविड़” ने एक इंटरव्यू में कहा है, कि अगर उन्हें किसी बल्लेबाज को अपने स्थान पर हमेशा बल्लेबाजी के लिए चुनना है तो वह इसके लिए दिग्गज बल्लेबाज “सचिन तेंदुलकर” को चुनेंगे। द्रविड़ ने कहा कि मैं जितने खिलाड़ियों के साथ खेला, उनमें सचिन सर्वश्रेष्ठ हैं, मैं सचिन को चुनूंगा। द वॉल के नाम से मशहूर द्रविड़ और सचिन लगभग एक दशक से ज्यादा समय तक साथ खेले थे।
राहुल द्रविण से इंटरव्यू के दौरान 25 सवाल पूछे गए थे, जिसमे से एक सवाल वायेपिक वाला भी था | राहुल द्रविण के उनके सारे सवालो का बहुत अच्छे से दिलचस्प जवाब दिए | आइसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किए गए द्रविड़ से पूछा गया कि उन्होंने अपने करियर में सबसे मजाकिया स्लेजिंग किस खिलाड़ी से मिली है तो उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का नाम लिया। जब यह सवाल उठता है कि ‘अपनी जगह किसे बल्लेबाजी के लिए चुनेंगे’ तो दिमाग में कई बार द्रविड़ का नाम आता है, लेकिन खुद द्रविड़ का मानना है कि वह सचिन को इसके लिए आगे रखेंगे। उनक मानना है किआ सचिन तेंदुलकर गुणबत्ता और क्लास के नजरिये से वे सबसे अच्छे है |
उन्होंने 2001 में ईडन गार्डन्स में खेले गए टेस्ट मैच की बात करते हुए कहा, ‘कोलकाता में मैं जब बल्लेबाजी के लिए गया, तो मुझे याद आया कि मैं पहले टेस्ट में नंबर-तीन पर बल्लेबाजी करने गया था ,लेकिन कोलकाता की तीसरी पारी में मैं नंबर-6 पर था.’ उन्होंने कहा, ‘…तो मुझसे कहा गया कि सीरीज के अंत तक मैं नंबर-12 पर खेलूंगा, जो मुझे लगता है कि वाकई मजेदार था.’|
इस दौरान उंनसे एक और प्रश्न पूछा गया कि वे बल्लेबाजी के दौरान की बल्लेबाज की साझेदारी पसंद करते, राहुल द्रविड़ के जबाब दिया कि उस दौरान वे “सुनील गावस्कर “ के साथ बल्लेबाजी करना पसंद करते | राहुल ने कहा कि हो सकता है, मैच के दौरान सुनील गावस्कर आउट हो जाते तो उनकी जगह पर “गुंडप्पा विश्वनाथ” आते तो ये उनके लिए और ही अच्छा रहता, क्युकि वो दोनों राहुल के बचपन के हीरो है |
राहुल द्रविड़ से जब ये सवाल पूछा गया कि, मैच के दौरान वे किस गेंदबाज का सामना करना पसंद करते तो, द्रविड़ ने कहा कि मौजूदा समय में अगर वो खेलते तो दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज “कागिसो रबाडा” का सामना करना पसंद करते। उन्होंने कहा, ‘अगर आप भारतीय गेंदबाजों की बात करें तो नई गेंद से “भुवनेश्वर कुमार” का सामना करना काफी चुनौतीपूर्ण होता।’