शिवपाल यादव इटावा की जसवंतनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जिसे यादव परिवार का गढ़ माना जाता है। सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को कहा, ”मैं 9 फरवरी से जसवंतनगर से शिवपाल यादव के लिए चुनाव प्रचार शुरू करूंगा। अखिलेश यादव के लिए बाद में प्रचार करूंगा।”
रामगोपाल ने कहा था- कोई प्रचार करे न करे, फर्क नहीं पड़ता…
माना जा रहा है कि अखिलेश गुट को लेकर मुलायम की नाराजगी अभी खत्म नहीं हुई हैं। बता दें कि 1 फरवरी को इटावा में रामगोपाल यादव ने कहा था, ”शिवपाल समर्थक कैंडिडेट पूरे प्रदेश में हारेंगे।”
इससे पहले 31 जनवरी को रामगोपाल ने मुलायम पर कमेंट करते हुए कहा था, ”सपा का प्रचार कौन करता है, कौन नहीं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।”
पहले मुलायम ने कैम्पेन से किया था इनकार
मुलायम सिंह ने पहले कहा था कि वह कांग्रेस-सपा अलायंस के लिए कैम्पेन नहीं करेंगे।
मुलायम सिंह ने पहले कहा था कि वह कांग्रेस-सपा अलायंस के लिए कैम्पेन नहीं करेंगे।
फिर 1 फरवरी को दिल्ली में मुलायम से जब मीडिया ने पूछा कि क्या सपा-कांग्रेस के कैंडिडेट्स के साथ उनका आशीर्वाद है तो इस पर उन्होंने कहा था- ”हां बिल्कुल।”
अलायंस के खिलाफ थे मुलायम
29 जनवरी को राहुल-अखिलेश की ज्वांइट प्रेस कॉन्फ्रेंस और रोड शो के बाद मुलायम ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत की थी।
उस दौरान मुलायम ने कहा था, “मैं इस समझौते के खिलाफ हूं। मैं कैम्पेन में भी हिस्सा नहीं लूंगा। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वो अलायंस के खिलाफ खड़े हों और जनता तक अपनी बात पहुंचाएं।”
“सपा तो अपने दम पर भी लड़ती तो चुनाव जीत जाती। इस अलायंस की तो जरूरत ही नहीं थी।”
29 जनवरी को राहुल-अखिलेश की ज्वांइट प्रेस कॉन्फ्रेंस और रोड शो के बाद मुलायम ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत की थी।
उस दौरान मुलायम ने कहा था, “मैं इस समझौते के खिलाफ हूं। मैं कैम्पेन में भी हिस्सा नहीं लूंगा। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वो अलायंस के खिलाफ खड़े हों और जनता तक अपनी बात पहुंचाएं।”
“सपा तो अपने दम पर भी लड़ती तो चुनाव जीत जाती। इस अलायंस की तो जरूरत ही नहीं थी।”